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अहमदाबाद, 13 जून (हि.स.)।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एअर इंडिया के विमान हादसा स्थल पर पहुंच कर वहां चलाए जा रहे राहत कार्यों का जायजा लिया और अस्पताल जाकर घायलों से मिले। उन्होंने विमान हादसे में जिंदा बचे इकलौते यात्री से भी बातचीत की। दुर्घटनास्थल पर आज भी बड़े स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। काफी संख्या में राहतकर्मियों की टीमें लगाई गई हैं। हादसे में मृतकों की पुख्ता पहचान के लिए आज बड़ी संख्या में परिजनों के डीएनए सैंपल लिए गए। आज एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) ने क्षतिग्रस्त हॉस्टल की छत से ब्लैक बॉक्स को खोज निकाला है। जिससे हादसे के बारे में खास जानकारी हासिल हो सकेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह विमान हादसा स्थल पर पहुंचकर विमान हादसे के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मेडिकल हॉस्टल और मेस बिल्डिंग का निरीक्षण किया। वे अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने गए और करीब 10 पीड़ितों व उनके परिवार के सदस्यों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने विमान हादसे में बचे इकलौते यात्री रमेश विश्वास कुमार से भी मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। विमान हादसे के शिकार हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। प्रधानमंत्री के साथ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी भी रहे। प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में उच्चस्तरीय बैठक कर हादसे के बाद की परिस्थितियों और राहत कार्यों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उधर, हादसा स्थल पर व्यापक रूप से राहत कार्य जारी है। इसके साथ ही हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों की पुख्ता पहचान के लिए बड़े स्तर पर परिजनों के डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं।विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों के अबतक 219 परिजनों के डीएनए टेस्टिंग और ब्लड सैंपल लिए गए हैं। बाकी परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है। एफएसएल की 10 टीमों के 36 विशेषज्ञ चौबीसों घंटे कार्यरत हैं।
हादसे के एक दिन बाद शुक्रवार को एएआईबी ने ब्लैक बॉक्स को खोज लिया है। यह हॉस्टल की छत पर मिला। इसके जरिए पता चल सकेगा कि क्रैश होने के पहले आखिरी पलों में क्या हुआ था। विमान हादसे की जांच में 8 एजेंसियां नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी, गुजरात पुलिस, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (एएआईबी) डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए), यूनाइटेड किंगडम की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टीगेशन ब्रांच (यूके- एएआईबी) यूनाइटेड स्टेट्स की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी), फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) शामिल हैं।
राज्य सरकार ने उन जिलों/शहरों के कलेक्टरों को परिजनों से संपर्क साधने और उन्हें जरूरी सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया है, जहां विमान हादसे के शिकार होने वाले यात्री रहते थे। साथ ही संचार योजना के तहत विशेष टीमों का गठन कर परिजनों की काउंसलिंग और मनोबल मजबूत करने को कहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Abhishek Barad