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प्रतापगढ़, 13 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने शुक्रवार को जनपद का दौरा किया। जिला महिला अस्पताल व वन स्टाप सेन्टर का ओचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया विकास भवन सभागार में महिला पीड़िताओं की जनसुनवाई की।
महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं व मिलने वाली सुविधाओं के सम्बन्ध में महिला मरीजों से जानकारी प्राप्त प्राप्त कर जिला महिला चिकित्सालय में सर्जिकल वार्ड, एसएनसीयू वार्ड, प्रसव कक्ष, उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण कर निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा अल्ट्रासाउण्ड अस्पताल में कराये जाये।
निरीक्षण के दौरान बाथरूम गन्दा पाये जाने पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी व्यक्त की और सीएमएस को निर्देशित किया कि महिला अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था को बेहतर किया जाये,लापरवाही न बरती जाये।वार्ड में भर्ती मरीजों से वार्ता की और मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। सीएमएस रीना प्रसाद को निर्देशित किया कि मरीजों की समुचित देखभाल की जाये और सरकार द्वारा जो भी सुविधायें दी जा रही है उसका लाभ महिलाओं को दिया जाये, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं उदासीनता न बरती जाये। जिला महिला चिकित्सालय में दिखी कमियों को दूर करने का निर्देश सीएमएस को दिया।
विकास भवन सभागार में सुनवाई के दौरान 16 प्रकरण सामने आये जिनमें घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद, आवास से जुड़े मामले, जमीनी विवाद, आर्थिक सहायता के प्रकरण प्रस्तुत हुये। जनसुनवाई के दौरान कुछ प्रकरणों में थानो में शिकायतों को सुनने में हीला-हवाली की जाती है, बेवजह परेशान किया जाता है जिस पर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने सीओ सिटी को निर्देशित किया कि थानो में जो भी महिलायें जाये उनकी शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक सुनी जाये और शिकायतों की निष्पक्ष जांच कर यथाशीघ्र शिकायत का निस्तारण कराया जाये।
सभी मामलों को गम्भीरता से लेते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि महिलाओं से जुड़ी शिकायतों में अधिकारियों को विशेष संवेदनशीलता बरतनी चाहिये, ताकि महिलायें बिना भय या झिझक अपनी समस्यायें सामने रख सके। कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिये प्रशासन की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है। स्पष्ट किया कि महिलाओं की समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उपस्थित महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया गया और किसी भी प्रकार की हिंसा या अन्याय की स्थिति में राज्य महिला आयोग से संपर्क करने की सलाह दी गई।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने विकास भवन सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ संचालित योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी ली और निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं से महिलाओं व बेटियों को लाभान्वित कराया जाये। महिलाओं व दिव्यांगों का प्राथमिकता दी जाये।
हिन्दुस्थान समाचार / दीपेन्द्र तिवारी