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हिसार, 13 जून (हि.स.)। आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश गुणपाल ने कहा है कि सरल पोर्टल
के लगातार कई दिनों से ठप्प होने के कारण हर वर्ग परेशान है। उन्होंने कहा कि बार-बार
पोर्टल का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार आज मुंह में दही जमाए चुप बैठी हुई है तथा पढ़े
लिखे बेरोजगार युवा दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे है।
नरेश गुणपाल ने शुक्रवार काे कहा कि राज्य सरकार ने सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) के
फॉर्म के आवेदन के लिए मात्र 48 घंटे बढ़ाना कोई समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने
कहा कि अन्य अनुसूचित जाति, वंचित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, अन्य
पिछड़ी जाति एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बेरोजगार युवा एवं विद्यार्थी सब के सब
पोर्टल के जाल में फसे हुए है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को युवाओं के उज्ज्वल भविष्य
की ओर देखते हुए सरल पोर्टल में सुधार करना चाहिए तथा जो भी बेरोजगार युवा एवं विद्यार्थी
प्रमाण पत्र जारी ना होने की वजह से वंचित रह गए है, उन्हें भी सामान्य पात्रता परीक्षा
(सीईटी) में शामिल होने मौका जरूर मिलना चाहिए।
नरेश गुणपाल ने कहा कि राज्य सरकार को सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) के
आवेदन फॉर्म की तिथि मात्र 48 घंटे बढ़ाना वंचित बेरोजगार युवाओं एवं विद्यार्थियों
के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि
वंचित बेरोजगार युवाओं एवं विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की ओर देखते हुए
राज्य सरकार को मात्र 48 घंटे की बजाय 28 जून तक बढ़ाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि
बेरोजगार युवा एवं विद्यार्थी कम समय होने के कारण सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी)
के आवेदन के लिए अपने दस्तावेज पूर्ण करने में ही उलझा रहा लेकिन वह सरल पोर्टल के
ठप्प होने के कारण प्रमाण पत्र नहीं बनवा पाया तो इसमें उसका क्या दोष है ?
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर