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रांची, 13 जून (हि.स.)। हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री और इंटक के राष्ट्रीय संगठन सचिव लीलाधर सिंह ने कहा कि एक तो कर्मियों को वेतन के साथ वीपीएफ भुगतान नहीं हुआ है। उपर से प्रबंधन की गलत नीतियों से कर्मियों को काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा। यह एचईसी कर्मियों के साथ सरासर अन्याय है। लीलाधर शुक्रवार काे एचइसी परिसर में बाेल रहे थे।
उन्हाेंने एचईसी प्रबंधन की ओर से जारी कार्मिक विभाग के परिपत्र के अनुसार स्वैच्छिक भविष्य निधि (वीपीएफ) की वापसी के आदेश के बावजूद वित्त और कार्मिक विभाग की ओर से इसकी अवहेलना करने नाराजगी जताई।
उन्होंने कहा कि एचईसी के कर्मचारी वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। अच्छे दिनों में उन्होंने अपने परिश्रम से अर्जित धन का एक अंश स्वैच्छिक भविष्य निधि (वीपीएफ) में जमा किया था। ताकि आवश्यकता पड़ने पर वह उनके काम आ सके। लेकिन प्रबंधन ने अपने परिपत्र में स्पष्ट रूप से घोषित कर दिया कि अब अप्रैल 2023 से दिसंबर 2023 तक वीपीएफ के तहत की गई कटौतियां कर्मचारियों को उनके वेतन के साथ वापस की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी प्रबंधकीय लापरवाही औद्योगिक अशांति का कारण बन सकती हैं। इसलिए शीघ्र ही निदेशक (कार्मिक) और निदेशक (वित्त) से मिलकर इस प्रबंधकीय त्रुटि को सुधारने की दिशा में काम करना होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar