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माजुली (असम), 13 जून (हि.स.)। असम में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए भारतीय सेना की स्पीयर कोर ने माजुली द्वीप ज़िले में एसडीआरएफ और जिला प्रशासन के साथ मिलकर 'ऑपरेशन जल राहत' के तहत एक संयुक्त अभ्यास किया।
सेना के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, ब्रह्मपुत्र और सुबनसिरी नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण हाल के वर्षों में माजुली, जो विश्व का सबसे बड़ा नद द्वीप है, को भीषण बाढ़ की त्रासदी का सामना करना पड़ा है। इसी अनुभव के मद्देनजर यह संयुक्त अभ्यास किया गया, जिससे आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्यों को और अधिक समन्वित और प्रभावी बनाया जा सके।
अभ्यास के दौरान रस्सियों और नावों की मदद से फंसे हुए लोगों को बचाने की तकनीकों का अभ्यास किया गया। साथ ही राहत सामग्री के रूप में खाद्य वस्तुएं, स्वच्छ पेयजल, कपड़े और स्वच्छता किट वितरित की गईं। विस्थापित लोगों के लिए सेना द्वारा अस्थायी टेंट लगाए गए, वहीं एक अस्थायी चिकित्सा शिविर में सेना के डॉक्टरों ने बाढ़ प्रभावितों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं दीं।
इस दौरान सेना ने अपने आदर्श वाक्य सर्विस बिफोर सेल्फ को चरितार्थ करते हुए यह दिखाया कि संकट की घड़ी में त्वरित, संगठित और समर्पित प्रयासों से न सिर्फ़ जानें बचाई जा सकती हैं, बल्कि प्रभावित समुदायों का पुनर्निर्माण भी संभव है।
यह अभ्यास राहत और बचाव अभियानों की तैयारी को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश