केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने किए भगवान महाकाल के दर्शन, नंदी हॉल में लगाया ध्यान
भगवान महाकाल के दर्शन के बाद केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन का स्वागत किया गया


उज्जैन, 13 जून (हि.स.)। केन्द्रीय मछुआ पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने शुक्रवार को एक दिवसीय प्रवास पर मध्य प्रदेश पहुंचे हैं। उन्होंने सुबह उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए। यहां उन्होंने चांदी द्वार से भगवान का पूजन-अर्चन किया और नंदी हॉल मे ध्यान भी लगाया।

महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह शुक्रवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने यहां चांदी द्वार से बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन किया और नंदी हॉल में पहुंचकर ध्यान लगाया। इसके बाद उन्होंने नंदी का पूजन-अर्चन कर उनके कानों में अपनी मनोकामना भी कही। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने उनका सम्मान किया गया। भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद राजीव रंजन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यहां की दर्शन व्यवस्था काफी अच्छी है। मुझे यहां पर आकर पॉजिटिव एनर्जी का अहसास हुआ और मेरा जीवन धन्य हो गया।

दरअसल, केन्द्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह शुक्रवार को इंदौर में आयोजित इनलैंड फिशरीज एण्ड एक्वाकल्चर मीट में शामिल होने के लिए आए हैं। इनलैंड स्टेट में फिशरीज से जुड़ी इस तरह की बैठक देश में पहली बार इंदौर में हो रही है। बैठक का उद्देश्य उन इनलैंड राज्यों में मत्स्य उत्पादन बढ़ाना है, जिनकी सीमाएं समुद्र से नहीं जुड़ती हैं। इस बैठक में सिर्फ उन राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं जो समुद्र से मत्स्य उत्पादन गतिविधियां नहीं करते हैं।

इंदौर में हो रही इनलैंड फिशरीज एण्ड एक्वाकल्चर मीट में देश के 20 राज्यों के मत्स्य पालन मंत्री भाग ले रहे हैं। राष्ट्रीय बैठक में मध्य प्रदेश के मछुआ पालन मंत्री नारायण सिंह, उत्तर प्रदेश के मछुआ पालन मंत्री संजय कुमार निषाद, बिहार की मछुआ पालन और पशुपालन मंत्री रेणु देवी, हरियाणा के पशुपालन, डेरी और मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा, राजस्थान के पशुपालन और मछुआ पालन राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेधम के अलावा अन्य राज्यों के मंत्री भी भाग ले रहे हैं। बैठक में विशेष रूप से केन्द्र सरकार के मत्स्य पालन सचिव डॉ. अभिलाक्ष लिखी और संयुक्त सचिव सागर मेहरा भी उपस्थित रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशानुसार देश में मत्स्य उत्पादन में निर्यात को बढ़ावा देने के लिये इंदौर की इस राष्ट्रीय बैठक में भारत के अलग-अलग राज्यों में हो रहे प्रयोगों पर तकनीकी-सत्र भी आयोजित होंगे। इनमें राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं ICAR-CIFRI, (CAR-CIFA, NFDB) की तरफ से मत्स्य उत्पादन की दिशा में विश्व में अपनाई जा रही नई तकनीकों पर प्रेजेन्टेशन दिये जायेंगे। तकनीकी-सत्रों में जलाशय पट्टा नीति, नदी और तालाबों में आधुनिक तरीके से मत्स्य पालन और ठंडे पानी में मछली पालन की संभावनाओं जैसे विषय भी शामिल होंगे।

केन्द्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह द्वारा लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये जाएंगे, जिनमें मत्स्य सहकारी समितियों, मछुआरा उत्पादक संगठन, मत्स्य पालन स्टार्टप एवं परंपरागत मछुआरे भी शामिल हैं। मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड और जलीय कृषि बीमा भी उपलब्ध कराया जायेगा। इसका उद्देश्य मछुआरों को बीमा और डिजिटल एक्सेस देना है। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री इंदौर से पीएम मत्स्य संपदा योजना में भोपाल के पास हलाली में बनने वाले मध्य प्रदेश के पहले रिजर्वायर फिशरीज प्रोडक्शन एंड प्रोसेसिंग क्लस्टर का उद्घाटन भी करेंगे। -----------------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर