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पलामू, 12 जून (हि.स.)। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर भाजपा की पलामू इकाई की ओर से सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रबुद्धजन संगोष्ठी में शामिल होने के लिए मेदिनीनगर पहुंचे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात की।
मौके पर अर्जुन मुंडा ने केन्द्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियां गिनायी। उन्होंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास की आवधारणा को सार्थक करने का प्रयास किया जा रहा है। तेजी से देश आगे बढ रहा है। नये भारत अब विकसित भारत के सपने का साकार कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गयी है। वर्तमान में दुनिया वार सहित अन्य मामलों से उलझी हुई है। विकास दर धीमा होता जा रहा गया है। ऐसे में भारत आकर लोग निवेश करना चाहते हैं। देश का विकास दर 6.8 फीसदी रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश की हालत काफी खराब थी। देश संकट, समस्या के दौर से गुजर रहा था। अंर्तराष्ट्रीय जगत में शाख पर सवाल खड़ा हो गया था। भविष्य की चिंता साफ दिखाई दे रही थी, लेकिन लोकतंत्र की ताकत जनता ने दिखाई। भाजपा की सरकार बनी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संकटों से जूझते हुए देश को निकाला गया। विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के मानक पर खरा उतरे।
2014 से पहले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में देश में 53 बड़े आतंकी हमले हुए। बावजूद तुष्टिकरण की नीति अपनाई गयी। सरकार पाकिस्तान को जवाब देने से डरती थी। दिल्ली में बैठकर केवल शोक प्रस्ताव पारित होता था। 26/11 हमले के बाद देश शोक में डूबा हुआ था, लेकिन कांग्रेस के नेता जश्न मनाने में व्यस्त थे। पहलगाम हमले के बाद हमारी सरकार ने ऑपरेशन सिन्दूर के तहत एलओसी पार कर नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर सैन्य आत्मनिर्भता का प्रदर्शन किया।
वहीं पलामू सहित राज्य सरकार के स्तर पर सवाल पूछने पर अर्जुन मुंडा ने चुप्पी साध ली। झारखंड में हेमंत सरकार की ओर से भाषाई सवाल पर लिए गए फैसले पर कोई भी बात करने से मुंडा ने इंकार कर दिया और कहा कि इंतजार करने की जरूरत है।
मुंडा से पूछा गया था कि पलामू के भूभाग में नागपुरी और कुङुख बोली नहीं जाती, फिर क्यों यहां इस नौकरी में अनिवार्य किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि इस विषय पर मुझे कुछ नहीं कहना है, यह सरकार की राजनीति का मामला हैं। इसके लिए हमें इंतजार करना होगा या झारखंड सरकार से सवाल पूछना होगा।
बिजली की लचर स्थिति पर उन्होंने इतना कहा कि पहले बिहार से पलामू को विद्युतापूर्ति होती थी, लेकिन झारखंड में रही बीजेपी सरकार ने इस अपने राज्य से देने की व्यवस्था करायी। अब मेटेनेंस कार्य भी राज्य सरकार नहीं कर पा रही है।
मौके पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पलामू प्रमंडलीय प्रभारी विकास प्रीतम, पलामू सांसद वीडी राम, चतरा के सांसद कालीचरण सिंह, डालटनगंज के विधायक आलोक चौरसिया, प्रदेश महामंत्री मनोज सिंह, जिला अध्यक्ष अमित तिवारी सहित अन्य नेता भी मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार