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हिसार, 12 जून (हि.स.)। भारत की जनवादी नौजवान सभा राज्य कमेटी ने हरियाणा
कृषि विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति में कटौती के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे
रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करने व सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन की दमनकारी मानसिकता
की कड़ी निंदा की है। इस संबंध में नौजवान सभा के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राज्य प्रधान मुकेश
कुमार की अध्यक्षता में व साथ में जिला उपप्रधान प्रदीप बेनीवाल, डीवाईएफआई के पूर्व
नेता संजय तिसावर सामान्य अस्पताल में घायल छात्रों से मिलकर हालचाल जाना। नौजवान सभा
ने मांग की कि लाठीचार्ज करने वाले प्रोफेसर व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को गिरफ्तार
किया जाए, उन्हें यूनिवर्सिटी से बर्खास्त किया जाए व विद्यार्थियों की सभी मांगों
को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
राज्य प्रधान मुकेश कुमार व राज्य सचिव नरेश दनोदा ने बताया कि छात्र अपनी
पीड़ा और अपनी जायज मांगों को लेकर खुले मंच पर बैठे थे लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन
और हरियाणा सरकार ने संवाद के बजाए लाठियों का सहारा लिया। कुलपति से मिलने की बजाय
छात्रों को डराया गया, पीटा गया-क्या यही अमृत काल में युवा भारत की तस्वीर है? छात्रवृत्ति
जैसी मूलभूत सुविधा में कटौती कर सरकार ने पहले से ही आर्थिक रुप से कमजोर छात्रों
की रीढ़ तोड़ दी, और अब जब वे अपने अधिकार की आवाज उठा रहे हैं, तो उन पर लाठीचार्ज
कराकर लोकतांत्रिक अधिकारों का गला घोंटा जा रहा है।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे
लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस प्रशासन पहले दोपहर को छात्रों से हाथापाई की
और उसके बाद रात को निरंतर चल रहे आंदोलन में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व सुरक्षा
कर्मियों व पुलिस प्रशासन ने रात के अंधेरे में सीधा छात्रों के सिरों पर लाठी चार्ज
कर दिए जिससे अनेक छात्र गंभीर रुप से जख्मी हो गए। यह घटना सीधे-सीधे छात्रों से एक
प्रकार से दुश्मनी निकाले जाने की तरह दिखाई दे रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर