गरियाबंद के सोहागपुर बिट में अतिक्रमण हटाने पहुंचे वन कर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बनाया
पुलिस ने  वन कर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया


गरियाबंद/रायपुर, 12 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद सड़क परसूली रेंज के हरदी जंगल में सोहागपुर बिट में आज गुरुवार सुबह अतिक्रमण हटाने पहुंचे वन कर्मियों पर ग्रामीणों ने जान लेवा हमला किया है। ग्रामीणों ने वन कर्मियों को घंटो तक बंधक बनाए रखा। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अभी वन कर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया।

रेंजर दुर्गा प्रसाद दीक्षित से मिली जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला परसूली के सोहागपुर बिट का है। वन विभाग को सोहागपुर बिट के हरदी जंगल में वन भूमि पर जेसीबी चलाकर अतिक्रमण की सूचना मिली थी। इसके बाद डिप्टी रेंजर अशोक सिन्हा, हरि अर्जुन यादव, जाकिर हुसैन सिद्दीकी सहित पांच वन कर्मी गुरुवार सुबह 4 बजे अतिक्रमण हटाने पहुंचे। ग्रामीण इसी बात से नाराज हो गए।अतिक्रमणकारियों ने महिलाओं को आगे कर डंडों और कुल्हाड़ियों से डिप्टी रेंजर समेत वन कर्मियों पर लाठी, कुल्हाड़ी के बैट से हमला कर दिया। इस हमले में वनकर्मी घायल हुए हैं। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने हमला करने के बाद डिप्टी रेंजर समेत 5 वन कर्मियों को बंधक बना लिया।

रेंजर दुर्गा प्रसाद दीक्षित ने बताया कि अतिक्रमण की सूचना पर कार्रवाई के लिए गए थे, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने विरोध कर हिंसक प्रतिक्रिया की । कर्मचारियों को लगभग दो घंटे तक बंधक रखा गया। परिजनों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर बंधक कर्मचारियों को छुड़ाया। घायल वन कर्मियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और वन कर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया। पुलिस की टीम ने सभी वन कर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा है। वहीं पुलिस की टीम वन कर्मियों पर हमला करने वालों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा