छात्रों में चिंतन,नवाचार,शोध क्षमता का विकास हो रहा है -प्रो. अजय दुबे
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो अजय दुबे


राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर सेमिनार संपन्नजौनपुर, 12 जून (हि.स.)। मोहम्मद हसन पी.जी. कॉलेज, के शिक्षाशास्त्र विभाग (बी.एड.) द्वारा गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : चुनौतियाँ एवं संभावनाएं विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रोफेसर अजय कुमार दुबे, संकायाध्यक्ष, (शिक्षक-शिक्षा) बी.एड संकाय, पीयू के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर खान ने की। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो. दुबे ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं, महत्व, उद्देश्यों तथा इसके क्रियान्वयन में आने वाली प्रमुख चुनौतियों एवं समाधान पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह नीति भारतीय शिक्षा जगत में एक ऐतिहासिक परिवर्तन की दिशा में सार्थक कदम है जो छात्रों की रचनात्मकता, आलोचनात्मक चिंतन, नवाचार एवं शोध क्षमता को बढ़ावा देगी।सेमिनार के दौरान उन्होंने विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण, तकनीकी शिक्षा सहित नीति के सभी प्रमुख बिंदुओं पर अपनी बात रखी। साथ ही, इसके सफल क्रियान्वयन हेतु शैक्षिक संस्थानों, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की सामूहिक भूमिका पर बल दिया।

प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर खान ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य भारत को ज्ञान आधारित वैश्विक महाशक्ति बनाना है। यह नीति शिक्षा की गुणवत्ता, समावेशिता एवं पहुँच को सुदृढ़ बनाने हेतु अनेक नए अवसर प्रदान करती है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर खान ने महाविद्यालय में शिक्षण की गुणवत्ता सुधारने हेतु शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को सदैव तत्पर एवं जागरूक रहने का आह्वान भी किया। कार्यक्रम का संचालन सौलत फरीदी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष डॉ सुनील दत्त मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर खान की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष महत्व प्रदान किया। कार्यक्रम में डॉ. जीवन यादव,डॉ. प्रज्वलित यादव, डॉ. गुलाबचंद मौर्य, डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, डॉ. संतोष कुमार यादव इत्यादि, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे। सेमिनार में बी.एड. विभाग के सभी प्रशिक्षुओं, शोधार्थियों, प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों की सक्रिय उपस्थिति रही। सभी प्रतिभागियों ने विषय की नवीनता एवं उपयोगिता की सराहना की तथा इस प्रकार के आयोजनों की आवृत्ति बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव