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जी5, जो हर भाषा में दिल से दिल की बात करता है, लेकर आ रहा है 'आता थांबायचं नाय', एक प्रेरणादायक मराठी फिल्म जो मुंबई के सफाई कर्मचारियों के जीवन को समर्पित एक सच्ची और भावनात्मक कहानी है। यह फिल्म न सिर्फ एक कहानी है, बल्कि आत्म-सम्मान, शिक्षा और नए जीवन की उम्मीद का प्रतीक है। देखिए इसका वर्ल्ड डिजिटल प्रीमियर 28 जून से सिर्फ जी5 पर, जहां हर कहानी दिल से जुड़ती है।
कहानी है बीएमसी के क्लास फोर कर्मचारियों की, जो एक रिफॉर्मिस्ट ऑफिसर (आशुतोष गोवारिकर) की प्रेरणा से दोबारा स्कूल जाने की ठान लेते हैं। पढ़ाई की राह में उम्र, समाज और खुद पर शक जैसे पहाड़ आते हैं, लेकिन जब साथ होता है जज़्बा, तो मंज़िल भी मुस्कुराती है। भरत जाधव बने हैं तुकाराम, जो ज़िंदगी भर सड़कों पर थे, लेकिन अब पहली बार अपनी पहचान खोज रहे हैं। और भाई, जब सफाई वाला किताब उठाए, तो समझ लो कुछ बड़ा होने वाला है।
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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश चंद्र दुबे