हिसार : हरियाणवी, पंजाबी व जनजातीय संस्कृति से रूबरू करवाएंगे वनवासी कल्याण आश्रम के छात्र
वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यक्रम के पत्रक का विमोचन करते पदाधिकारी।


वनवासी कल्याण आश्रम के छात्रों का स्वागत व भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम 15

को

हिसार, 12 जून (हि.स.)। देशभर के वनवासी बंधुओं के सर्वांगीण विकास के प्रति

समर्पित संस्था वनवासी कल्याण आश्रम की हिसार इकाई द्वारा वनवासी छात्रों का स्वागत

व भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के चौ.

रणबीर सिंह ऑडिटोरियम में 15 जून को होने वाले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम

में पूर्वोत्तर के छात्रों का न केवल भव्य स्वागत होगा बल्कि दर्शकों को पूर्वोत्तर

राज्यों की संस्कृति देखने का अवसर भी मिलेगा।

वनवासी कल्याण आश्रम के प्रदेशाध्यक्ष रामबाबू सिंगल, प्रदेश सचिव रामनिवास

अग्रवाल सीए व जिला अध्यक्ष संजीव अरोड़ा ने गुरुवार को बताया कि भिवानी में स्थित

वनवासी कल्याण आश्रम के छात्रावास में अरुणाचल प्रदेश, नागालेंड, त्रिपुरा, आसाम, मेघालय

व जम्मू के विद्यार्थी शिक्षार्जन करते हुए देशभक्ति के संस्कार ग्रहण कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इन सभी छात्रों को हरियाणा भ्रमण करवाया जा रहा है तथा 15 जून को

हिसार पहुंचने पर बालसमंद रोड स्थित मिलेनियम पैलेस में इनका स्वागत-सत्कार किया जाएगा।

यहां तरणताल की सुविधा के साथ ही इनके नाश्ते का समुचित प्रबंध रहेगा। दोपहर को सभी

छात्र गुजवि में विश्राम करेंगे और सायंकाल भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे।

पत्रकार वार्ता के दौरान वनवासी कल्याण आश्रम के जिला उपाध्यक्ष मनीष अग्रवाल,

सचिव अजय सैनी, कोषाध्यक्ष सीए पर्व गुप्ता, सूचना व जनसंपर्क प्रभारी राजेश चुघ, सदस्य

गौरव सिंगला, ईश्वर सैनी व पवन राड़ा सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रामबाबू सिंगल ने बताया कि वनवासी विद्यार्थी नृत्य के माध्यम से हरियाणवी

व पंजाबी संस्कृति से तो रूबरू करवाएंगे ही, इसके साथ ही जनजातीय नृत्य प्रस्तुत करके

पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति की झलक भी दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम

में गुजवि के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई मुख्यातिथि रहेंगे और समाजसेवी राजेंद्र

गुप्ता कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय सह व्यवस्था

प्रमुख विजय कुमार मुख्य वक्ता होंगे। वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय व्यवस्था

प्रमुख डॉ. विश्वामित्र की उपस्थिति रहेगी। इनके साथ ही डॉ. अमित मेहता, डॉ. ललित मोहन

बंसल, डॉ. सुुनील अग्रवाल, संदीप बूरा, वेदप्रकाश गोयल, नरेश कुमार पूनिया, सुनीता

रहेजा व राजेश जैन विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि वनवासी

कल्याण आश्रम देशभर के वनवासी क्षेत्रों में रहने वाले बंधुओं को समाज की मुख्यधारा

से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इसी प्रयास के तहत हरियाणा में वनवासी विद्यार्थियों

के लिए दो छात्रावास निशुल्क संचालित किए जाते हैं। एक छात्रावास भिवानी में एवं दूसरा

फरीदाबाद में स्थित है। इन छात्रावासों में विद्यार्थी शिक्षा व संस्कार ग्रहण करके

वापस अपने-अपने प्रदेशों में चले जाते हैं। वहां वे विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं देेते

हुए समाज में उपस्थिति दर्ज करवाते हैं।

ऐसे विद्यार्थियों का छात्रपालक बनकर हरियाणा

के समाजसेवी मिसाल कायम कर रहे हैं। छात्रपालक बनकर, मंदिर निर्माण में सहयोग करके

एवं वनवासी बंधुओं के लिए रोजमर्रा की सामग्री उपलब्ध करवाकर कोई भी इंसान इस अभियान

में अपना योगदान दे सकता है।

देशभर में 12 करोड़ वनवासी हैं और उनकी उन्नति के लिए शिक्षा, चिकित्सा व ग्राम

विकास जैसे 22 हजार से अधिक सेवा प्रकल्प वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा देशभर में चलाए

जा रहे हैं। इन प्रकल्पों से दो करोड़ वनवासी बंधु लाभान्वित हो रहे हैं। हरियाणा के

समाजसेवियों के सहयोग से हर वर्ष वस्त्र, राशन व अन्य सामग्री के कई ट्रक वनवासी बंधुओं

की सहायतार्थ भेजे जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर