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सोनीपत, 12 जून (हि.स.)। सोनीपत उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा
और सम्मान को सर्वोपरि बताते हुए गुरुवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीवर और
सेफ्टी टैंकों की सफाई केवल मशीनों से करवाई जाए। उन्होंने नमस्ते ऐप पर सफाई से जुड़ी
मौतों का डेटा अपडेट करने, सभी कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने तथा संवेदनशील
दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया।
डॉ. मनोज ने स्पष्ट किया कि बिना सुरक्षा किट के कर्मचारियों
से सफाई करवाने पर संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि यदि
सीवर सफाई के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु होती है, तो एमएस एक्ट 2013 और सुप्रीम
कोर्ट के निर्देशों के अनुसार आश्रितों को 30 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। गंभीर
चोट लगने पर 20 लाख और अन्य चोटों पर 10 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। यह राशि वर्ष
2023 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 10 लाख से बढ़ाकर 30 लाख की गई थी।
उन्होंने यह भी कहा कि ट्यूबवेल के बंद कुओं में कार्य करते
समय सुरक्षा बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य है। सभी सफाई कर्मचारियों की साल में दो बार
स्वास्थ्य जांच और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना भी सुनिश्चित किया जाए ताकि वे इनसे
लाभान्वित हो सकें। डॉ. मनोज ने कहा कि जब तक समाज सफाई कर्मचारियों को मुख्यधारा
में नहीं लाएगा, तब तक स्मार्ट शहर की परिकल्पना अधूरी रहेगी। एसीयूटी योगेश दिल्हौर,
नगराधीश डॉ. अनमोल, एसीपी क्राइम राजपाल, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार, एचएसआईआईडीसी के
एक्सईएन जगदीश, एचएसवीपी से एक्सईएन पवन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना