Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भोपाल, 12 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष और मप्र के पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य ने गुरुवार को जेलोत्कर्ष पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक के लेखक पूर्व जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार हैं। यह पुस्तक ताम्रकार के 33 वर्षों के जेल अधीक्षक के रूप में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिला एवं केन्द्रीय जेलों की पदस्थापना के सहभागी अवलोकन और अनुभवों पर आधारित है।
जनजाति आयोग के अध्यक्ष आर्य ने बताया कि पूर्व जेल अधीक्षक ताम्रकार ने लगभग 10 वर्षों के उनके बतौर जेल मंत्री कार्यकाल में अनेक अभिनव सुधारात्मक प्रयोग किए थे। ताम्रकार को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1999 में “मानव अधिकार और जेल प्रबंधन’’ विषय पर मास्टर ट्रेनर के रूप में लंदन भेजा गया था। ताम्रकार को सराहनीय सेवाओं और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 2 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।
पूर्व जेल अधीक्षक ताम्रकार ने बताया कि 33 वर्षों के जेल यात्रा के अनुभवों को 11-11 वर्षों के अनुभव पर आधारित तीन भागों में पुस्तक लेखन किया गया। वर्ष 2021 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद पाया कि जेल के अनुभवों पर के अनुभवों पर पुस्तक लेखन का निर्णय लिया। यह पुस्तक जेलों की स्थिति, विकास यात्रा और भावी योजनाओं का संकलन है। बंदियों को सामाजिक अवशेष मानकर उसे समाज के लिये पुन: उपयोगी बनाने की प्रक्रिया अपनाने पर जोर दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर