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मंडी, 12 जून (हि.स.)। देश की रक्षा के लिए अपनी प्राणों की आहुति देने वाले कारगिल के अमर शहीद हीरा सिंह के घर पर 26 वर्षों के बाद भारतीय सेना कार्यालय कारगिल से अधिकारी पहुंचे। उन्होंने शहीद हीरा सिंह के माता पिता को प्रश्स्ती पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके बलिदान को याद किया । संयोगवश शहीद हीरा सिंह का वार्षिक श्राद्ध पर सेना अधिकारियों को देख उनके माता-पिता भावुक हो गए।
शहीद हीरा सिंह की माता निर्मला देवी ने कहा कि उन्हें गर्व है की उनके बेटे ने देश की रक्षा में अपने प्राणों को अर्पित मंडी जिला और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना द्वारा 26 वर्षो के बाद भी उनके बेटे के बलिदान और उनके परिवार को याद रखा है यह भारतीय सेना की महानता को प्रदर्शित करता है। इस सम्मान के लिए न केवल हमारा पूरा परिवार बल्कि पूरा समाज भारतीय सेना के सम्मान को प्रणाम करता है।
उन्होंने कहा कि भारत की सेना द्वारा हाल ही में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और आतंकियों को घर में घुस कर मारा है वह सेना के अदम्य शौर्य और ताकत को दिखाता है। उन्होंने कहा की भारत की हर माँ भारतीय सेना के वीर जवानों के साथ खड़ी है और अपना आशीर्वाद उन्हें देती हैं।उन्होंने कहा कि उनका बेटा बचपन से चंचल व पढ़ाई में तीव्र था।
उन्होंने कहा कि उनका बेटा पूरे परिवार का लाडला था और वह सभी के साथ मिल जुलकर रहता था।उ न्होंने कहा कि उनके परिवार में शहीद हीरा सिंह का दादा जी ने सेना में अपनी सेवा दी थी उनके बाद हीरा सिंह सेना में भर्ती हुआ थे और जब वह भर्ती हुए थे उस समय वे कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे।
वहीं भारतीय सेना कार्यालय से आए हवलदार अमित कुमार और सिपाही सुभाष चंद ने बताया कि कारगिल युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए अधिकारियों, सरदार साहिबानों और जवानों के बलिदान एवं साहस को श्रद्धांजलि देने में 8 माउंटेन डिविजन सदैव गर्व महसूस करता है। इसी क्रम में गत वर्ष रजत जयंती समारोह मनाया गया था। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2025 में भी कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में 8 माउन्टेन डिविजन के समस्त पदों की ओर से शहीद हीरा सिंह के सम्मान में एक छोटी सी भेंट दी गई है।
उन्होंने बताया कि यह शहीद हीरा सिंह के शौर्य एवं बलिदान का प्रतीक है। साथ ही इसी माध्यम से हम आपके साथ मिलकर आपके प्रियजन की यादों को जीवित रखने का प्रयास है। वहीं उन्होंने शहीद के माता पिता से यह भी जाना कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा