Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
धर्मशाला, 12 जून (हि.स.)। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कांगड़ा जिला में नदियों, खड्डों तथा नालों के नजदीक बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में पर्यटकों तथा नागरिकों के जाने या एकत्रित होने के पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत रोक लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। इस बाबत जल शक्ति विभाग को संबंधित उपमंडलाधिकारियों के साथ बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिहिन्त करने तथा साइन बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस बाबत पंद्रह दिन के भीतर रिपोर्ट भी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजने सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि मानसून की सीजन में बारिश के चलते नदियों, खड्डों तथा नालों के आसपास अचानक जल स्तर बढ़ने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि प्रायः यह देखने में आया है कि मानसून के सीजन नदियों तथा खड्डों के आसपास पर्यटक फोटा शूट, सेल्फी लेने के लिए एकत्रित हो जाते हैं कई बार अचानक जल स्तर बढ़ने से हादसे भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन आपदा प्रबंधन को लेकर पूरी तरह से सतर्क है तथा इसी के चलते नदियों, नालों तथा खड्डों के आसपास बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील जगहों पर पर्यटकों के जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि आदेशों की अवहेलना करने पर सेक्शन 115 के तहत आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर मानसून सीजन में जिला मुख्यालय तथा उपमंडल स्तर पर कंटोल रूम 24 घंटे संचालित करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि किसी भी स्तर पर आपदा की स्थिति में तुरंत प्रभाव से निपटा जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया