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देहरादून, 12 जून (हि.स.)। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में संचालित ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ के तहत देहरादून जिले के सरकारी स्कूलों को डिजिटल और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। जिले के 168 माध्यमिक विद्यालयों में शीघ्र ही 884 बड़े एलईडी टीवी लगाए जाएंगे, जिससे छात्र-छात्राओं को स्मार्ट क्लास और डिजिटल शिक्षा से जोड़ा जा सकेगा।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि क्रय आदेश जारी हो गया है। जैम पोर्टल पर बिड अपलोड कर दी गई है। स्कूलों में व्हाइटबोर्ड, लाईट्स, आउटडोर स्पोर्टस सुविधा, रसोईघर, बिजली आपूर्ति, लाईब्रेरी के पश्चात अब हर कक्षा कक्ष में टीवी लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जिलाधिकारी के ‘‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’’ से जिले के स्कूल आधुनिक बन रहे हैं, जिसकी नींव जिलाधिकारी ने जिले में पदभार ग्रहण करते ही रख दी थी। जिला प्रशासन का प्रोजेक्ट ‘‘उत्कर्ष’’ मात्र नामकरण; घोषणा; प्रचार नहीं, बल्कि जिले के स्कूलों को आत्मविश्वासी बनाने का आधार है। जिसके तहत सरकारी स्कूल के बच्चे भी अब किसी पहलू में निजी स्कूलों के बच्चों से पीछे नही रहेंगे। जिलाधिकारी खनिज न्यास, जिला योजना, सीएसआर फंड से 06 करोड़ का फंड जुटा, जो अपने जिले के स्कूलों को आधुनिक बनाने के लक्ष्य प्राप्ति की ओर तेजी से अग्रसारित है।
जिलाधिकारी के इस प्रोजेक्ट में ओएनजीसी, हुडको ने उत्सुकता दिखाते हुए सभी स्कूलों को सहयोग दिया है। बता दें कि जिलाधिकारी सविन बसंल ने नैनीताल, अल्मोड़ा में डीएम रहते इसी तर्ज पर सभी सरकारी स्कूलों को आधुनिक स्मार्ट बना चुके हैं।
जिलाधिकारी ने खनन न्यास से स्कूलों में डिजिटल शिक्षा एलईडी स्क्रीन लगाने लिए 3.67 करोड़ का फंड शिक्षा विभाग को दिया है। शिक्षा विभाग ने जैम पोर्टल पर एलईडी स्क्रीन क्रय करने के क्रय आदेश जारी कर दिए है। जिले के 168 सरकारी माध्यमिक विद्यालय में 884 एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे। जिससे सरकारी स्कूलों के बच्चों को डिजिटल कक्षाओं से जुड़ कर पठन-पाठन की सुविधा मिलेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद देहरादून में स्कूलों में मूलभूत सुविधा सहित व्हाइटबोर्ड, प्रत्येक कक्ष में दो एलईडी लाईट, फर्नीचर, आउटडोर स्पोर्टस आदि समुचित व्यवस्थाओं पर जाेर दिया जा रहा है। जिसके लिए एक करोड़ की धनराशि मुख्य शिक्षा अधिकारी निवर्तन पर रखी गई। बच्चे स्कूलों में महापुरुषों की जीवनी पढ़ेंगे, बच्चों को पढ़ाई के साथ कौशल विकास की शिक्षा देने का भी प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी की पहल पर प्रत्येक स्कूल में न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, शब्दकोश और महापुरुषों की जीवनियाँ अनिवार्य रखे जाने के निर्देश दिए ताकि बच्चे व्यवसायिक शिक्षा के साथ-साथ महापुरूषों की जीवनी से परिचित हो सके। जिलाधिकारी ने स्कूलों की कक्षाओं में मूलभूत सुविधा, लाईट, पानी, पेयजल, शौचालय उपलब्ध हों पानी की टंकियों की मरम्मत सफाई एवं सुरक्षा के लिए इंतजाम के साथ ही गुणवत्तायुक्त पोष्टिक भोजन सुनिश्चित करने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी व संबंधित खंड और उप शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार