मादक पदार्थों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ समापन
मादक पदार्थों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम की तस्‍वीर


रांची, 12 जून (हि.स.)। निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम सह प्रशिक्षण का समापन सिविल सर्जन कार्यालय सभागार गुरुवार को हुआ।

इसके साथ ही 26 जून तक जिला के शहरी क्षेत्र और सभी प्रखंडों में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।

जागरूकता अभियान के तहत सभी प्रखंड के विभिन्न टोला मोहल्ला और चौक चौराहा में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभाव एवं इसका सेवन नहीं करने के

इधर, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर युवाओं को नशे के खतरों से अवगत कराया जा रहा है ताकि वे इसकी चपेट में नहीं आ सकें।

साथ ही रांची जिले में कई इस गतिविधियों पोस्टर, बैनर,पंपलेट के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

नशा के सेवन से मानसिक क्षमता पर पडता है प्रतिकूल प्रभाव : मांझी

कार्यक्रम के समापन पर डीआरसीएचओ डॉ असीम मांझी ने बताया कि नशा और अन्य मादक पदार्थों का सेवन हमारे मस्तिष्क के काम करने के तरीके को बहुत प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि यह हमारी मानसिक क्षमता और मनोदशा पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है जिसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है।

हम नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एकजुट होकर संकल्प लेते हैं कि न केवल समुदाय, परिवार, मित्र, बल्कि स्वयं को भी नशामुक्त रखेंगे। क्योंकि बदलाव की शुरुआत खुद से होती है l आंकड़ों से पता चलता है कि देश में तक़रीबन दस करोड़ लोग नशे की गिरफ्त में हैं, जिनमें अधिकतर युवा हैं। यह बहुत ही चिन्तनीय है। नशे से बचने के लिए युवाओं को सामाजिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों और राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों से जोड़ना होगा।

वहीं जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीण कुमार सिंह ने सभी लोगों को प्रशिक्षण लेने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रखंड और पंचायत स्तर पर जाकर लोगों को नशा नहीं करने के लिए और इससे होने वाले दुष्परिणामों को लेकर जागरूक करने और साथ ही नशे में लिप्त लोगों को नशा छोड़ने को प्रेरित करने को कहा।

सुशांत कुमार जिला परामर्शी टोबैको कंट्रोल सेल ने बताया कि नशा या मादक पदार्थ का सेवन करने से लोगों में नशे की लत जल्दी से विकसित हो जाती है और एक बार नशे की आदत लगने के बाद इसे रोकना मुश्किल हो जाता है। इसलिए सभी लोगों खासकर युवा वर्ग से अपील है कि वे किसी भी परिस्थिति में इसका सेवन न करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak