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सीएम योगी ने शिक्षा विभाग की 122 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया
लखनऊ, 12 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को केंद्र व राज्य स्तरीय बोर्ड परीक्षाओं में उच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर उन्हें टैबलेट वितरित किए। साथ ही मुख्यमंत्री ने 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को 'मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार' दिए। इस मौके पर उन्होंने माध्यमिक शिक्षा विभाग से जुड़ी 122 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में बालकों की संख्या ज्यादा थी लेकिन जब परिणाम आया तो मेरिट सूची में बेटियों की संख्या अधिक है। हाईस्कूल में बालिकाओं के उत्तीर्ण प्रतिशत 93 फीसदी था जबकि बालकों का 86 फीसदी। इसी तरह इंटर में बालिकाओं का 86 फीसदी एवं बालकों का 76 फीसदी। मेरिट सूची में स्थान प्राप्त करने वाले मेधावियों को बधाई।
उन्हाेंने कहा कि आज संस्कृत भाषा के निदेशालय के भव्य भवन की भी आधारशिला रखी जा रही है। लखनऊ में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का भवन जर्जर था। आज इसके लिए नवीन भवन का शिलान्यास हुआ है। संस्कृत के दो पुराने विद्यालय चंदौली, भदोही के लिए भी आज नए भवन व छात्रावास निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया।
संस्कृत के उन्नयन उत्थान के लिए सरकार की ओर से नया प्रयास हो रहा है। छात्रों को छात्रवृत्ति देने का प्रावधान किया गया। संस्कृत विद्यालय की मान्यता हम उन्ही को दे रहे हैं जो उन छात्रों के रहने और खाने की व्यवस्था कर सके। संस्कृत विद्यालयों के जर्जर भवनों के लिए भी सरकार कार्य कर रही है। उन्हें डिजिटल क्रांति से जोड़ रहे हैं। इसके लिए आज टाटा कंसल्टेंसी के साथ व माध्यमिक शिक्षा विभाग के बीच एमओयू हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में हमने माध्यमिक स्कूलों की परिस्थितियों को बदलने में काफी सफलता प्राप्त की। माध्यमिक शिक्षा नकल, लूट का अड्डा बन गया था। पिछली सरकारों ने इसे व्यवसाय बनाया, वो नकल का पैकेज देते थे। ट्रांसफर पोस्टिंग भी पिछली सरकारों के लिए एक उद्योग था। डबल इंजन की सरकार ने इसको बदला। आज आप कह सकते हैं कि हमने इस नकल विहीन दौर में परीक्षा पास की है।
आज सेंटर वहीं बनेगा जिसके पास सीसीटीवी होगा। परीक्षा 15 से 20 दिन के अंदर समाप्त हो रही है। परीक्षा से छात्रों को परेशान करने का उद्देश्य नहीं है। पहले की सरकारों में तीन महीने परीक्षा होती थी। तीन महीने में परिणाम आते थे। तीन महीने प्रवेश होता था। बाकी तीन महीनों में छुट्टियां। पढ़ाई कैसे होती थी भगवान भरोसे। आज हमने युवाओं को उनके पहचान के संकट से उबारा है। मुख्यमंत्री ने बच्चों काे कुछ सीख भी दी।
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सभी जिलों में विभिन्न बोर्डों के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप 10 छात्र-छात्राओं को 21-21 हजार रुपये और टैबलेट देकर सम्मानित किया। कुल मिलाकर 1508 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। प्रदेश स्तर पर टॉप 10 विद्यार्थियों को एक लाख रुपये की चेक, टैबलेट और प्रसस्तिपत्र प्रदान किया। इसके साथ ही प्रदेश के जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए। संभल से माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुड़ीं।
इस मौके पर राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में ड्रीम लैब की स्थापना के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग का टाटा नेल्को एवं यास्कावा से एमओयू हुआ।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला