भाजपा का असली चेहरा हुआ बेनकाब , रेल मंत्री के इस्तीफा की मांग
भाजपा का असली चेहरा हुआ बेनकाब , रेल मंत्री के इस्तीफा की मांग


जम्मू, 12 जून (हि.स.)। आप्रेशन सिंदूर के दौरान सेना के शौर्य व पराक्रम पर अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने वाली भाजपा के नेताओ द्वारा भारतीय जवानों का लगातार अपमान किया जा रहा है कर्नल सोफिया पर अभद्र टिप्पणी , सेना को नतमस्तक बताने के बाद भारतीय जवानों के सफर के लिए जर्जर रेलगाड़ी की व्यवस्था ने भाजपा का असली चेहरा बेनकाब किया है यह कहना है शिवसेना यूबीटी जम्मू-कश्मीर ईकाई प्रमुख मनीश साहनी का ।

पार्टी प्रदेश मध्यवर्ती कार्यालय में पत्रकारों से विशेष बातचीत करते हुए साहनी ने अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पर जा रहे बीएसएफ जवानों को सफर के लिए टूटी खिड़कियां, गंदे टॉयलेट्स और उखड़ी सीटों वाली जर्जर ट्रेन दिए जाने की कड़ी निंदा करते हुए रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।

साहनी ने कहा कि सुरक्षा बलों को लेकर ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। भाजपा ने पूर्व में पुलवामा में हुई घटना से कोई सबक नहीं लिया है। फ़रवरी 2019 में पुलवामा की घटना के दौरान भी सुरक्षा बलों को सड़क मार्ग से भेजने पर‌ जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सवाल खड़े किए थे। वहीं आप्रेशन सिंदूर के दौरान भी मध्य प्रदेश के भाजपा उपमुख्यमंत्री ने सेना को प्रधानमंत्री के चरणों में नतमस्तक बताते सेना का घोर अपमान किया था और इससे कुछ दिन पूर्व भाजपा के मंत्री विजय शाह ने महिला सेना अधिकारी पर अभद्र टिप्पणी की थी।

साहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार अपने नेताओं व मंत्रियों को सोच समझ कर टिप्पणी करने की नसीहत दे रहे हैं मगर शायद बार-बार सेना का अपमान करना भाजपा नेताओं की आदत बन चुकी है। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कोहली,अध्यक्ष कामगार राज सिंह, रोहन मलवाल, अजय सिंह उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता