Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पलामू, 11 जून (हि.स.)। पलामू जिले के छत्तरपुर में पाइप लाइन पेयजल योजना की जांच करने बुधवार को भारत सरकार की जलजीवन मिशन की केंद्रीय टीम पहुंची। उनके साथ पलामू उपायुक्त समीरा एस भी थी। सभी ने योजना की जांच की। टीम ने योजना की वर्तमान स्थिति को देखा। लंबित रहने पर चिंता व्यक्त की। टीम में आइएएस कर्मजीत कौर, प्रशिक्षु आइएएस सह छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी आशीष गंगवार, पीएचइडी विभाग के कार्यपालक अभियंता जेसोन होरो, अस्सिटेंट इंजीनियर राजेश कुमार शामिल थे।
हुसैनाबाद स्थित देवरी सिंचाई योजना एवं दंगवार सोन नदी तट से छत्तरपुर प्रखंड में आने वाली पाइप लाइन जलापूर्ति योजना की जांच की। संवेदक की मनमानी के कारण यह योजना सात वर्ष बीतने के बाद भी अधर में लटकी हुई है। संवेदक द्वारा घटिया सामग्री का इस्तेमाल पाइप लाइन योजना में किया गया है। छत्तरपुर के लोग जलापूर्ति योजना के लाभ से वंचित हैं। 68 करोड़ की लागत से पानी टंकी का निर्माण पूरा हो चुका है फिर भी जलापूर्ति शुरू नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 15 जनवरी 2019 की योजना है। इसे 24 महीने में पूरा करने का विभागीय निर्देश दिया गया था।
इस योजना की लचर स्थिति की खबर 30 मई को ‘थर्ड आई ऑफ झारखंड’ ने प्रमुखता से छापी थी जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और सिंचाई से लेकर पेयजल योजना की प्रमुखता से जांच की गई। इस योजना की जांच खुद 20 फरवरी को राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर के साथ में विभाग के सचिव, तत्कालीन उपायुक्त शशि रंजन ने की थी और कार्रवाई के लिए विभागीय सचिव को आदेश भी दिया था।
केंद्रीय टीम प्रखंड के सिलदाग, खेंद्रा, लठैया, विषयपुर, बचकोमा, दिनादाग में जाकर ग्रामीणों से रूबरू हुई और नल जल योजना की जानकारी ली।
मौके पर छतरपुर अंचल पदाधिकारी उपेंद्र कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार साहू, पीएचडी के कनीय अभियंता कुंदन कुमार सहित सभी पदाधिकारी भी मौजूद थे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार