‎योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि जिस्म और जेहन की चिकित्सा है– डॉ. फराज खान
आयुर्वेद और योग की श्रृंखला में कार्यक्रम


हरिद्वार, 11 जून (हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत हरिद्वार जिले में योग और आयुर्वेद उत्सव की शृंखला प्रारंभ हो चुकी है। जिले के सभी छह ब्लॉकों में प्रतिदिन विभिन्न आयोजन हो रहे हैं, जिनमें आमजन की भागीदारी बढ़ती जा रही है। नारसन और खानपुर ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रमों में ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और योग व आयुर्वेद के लाभों को आत्मसात किया।

‎नारसन ब्लॉक में आयोजित योग-आयुर्वेद संगम का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख कोमल देवी एवं खंड विकास अधिकारी सुभाष सैनी ने किया। धन्वंतरि पूजन के साथ हुए योगसत्र के बाद कोमल देवी ने कहा, गांव की खुशहाली और स्वास्थ्य की बुनियाद प्रकृति में है। योग और आयुर्वेद हमारी परंपरा के अमूल्य उपहार हैं जिन्हें अपनाकर हम न केवल स्वयं को, बल्कि पूरे समाज को स्वस्थ बना सकते हैं।

कार्यक्रम में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में शुगर, बीपी, ईसीजी व टाइफाइड की जांचें की गईं, जिससे 50 से अधिक लाभार्थी लाभान्वित हुए। खानपुर ब्लॉक में आयोजित योग एवं आयुर्वेद शिविर की अगुवाई डॉ. फराज खान, भास्कर आनंद और कपिल गुप्ता के नेतृत्व में की गई। ‎योग सत्र में प्रतिभागियों को सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, तनाव निवारण अभ्यासों के साथ-साथ आयुर्वेद के दैनिक जीवन में प्रयोग विषय पर जानकारी दी गई। शिविर में रोगियों की जांच कर उन्हें निःशुल्क औषधियां भी वितरित की गईं। डॉ. फराज खान ने योग के चिकित्सीय लाभों से प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि जिस्म और जेहन की चिकित्सा है।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक सुरेश की मार्गदर्शन में हुए कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुष मिशन के नोडल अधिकारी डॉ. अवनीश उपाध्याय ने बताया कि हरिद्वार जिले में 9 से 15 जून तक योग और आयुर्वेद सप्ताह के अंतर्गत रोजाना ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों तक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों की पहुंच सुनिश्चित करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला