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कानपुर, 11 जून (हि.स.)। नौतपा भले ही बीत चुका हो लेकिन इन दिनों सूरज आग बरसा रहा है और रही सही कसर वातावरण में पर्याप्त नमी होने से उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं। ऐसे में इस गर्मी से बचाव कैसे किया जाए? इस विषय पर हिंदुस्थान समाचार एजेंसी प्रतिनिधि ने गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. युगल राजपूत से वार्ता की। उन्होंने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए शरीर को जितना जरूरी पानी है, उतना ही जरूरी पर्याप्त भोजन है। भाेजन-पानी में किसी की भी कमी हुई तो गर्मी की चपेट में आना स्वाभाविक है
डा. युगल राजपूत बताते हैं कि गर्मियों में शरीर को स्वस्थ और हाइड्रेटेड बनाए रखने के लिए केवल पानी पीना ही काफी नहीं है, बल्कि संतुलित और पोषक आहार लेना भी उतना ही आवश्यक है। तेज गर्मी और लू से बचने के लिए लोगों को पानी की मात्रा के साथ-साथ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो शरीर को ठंडक दें और ऊर्जा प्रदान करें। फंगल इंफेक्शन मलेरिया और घमौरियों से जुड़े मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है यही कारण है कि अस्पताल में लगने वाली ओपीडी में रोजाना करीब 400 मरीज पहुंच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अब इस बैक्टीरियल इंफेक्शन का असर बच्चों में भी देखने को मिल रहा है। जिसे इम्पेटाइगो संक्रमण कहते हैं। जो आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है। यह संक्रमण चेहरे, विशेष रूप से नाक, मुंह और गालों के आसपास सबसे ज़्यादा होता है। जिसमें शरीर में पानी भरे हुते छाले पड़ने के साथ-साथ पपड़ी भी पड़ने लगती है। इस संक्रमण की शुरुआत मामूली खुजली से शुरू होती है। समय पर ध्यान न दिए जाने पर यह विकराल रूप ले लेता है।
इससे बचने के लिए जितना हो सके। धूप में जाने से बचें । साथ ही घर से निकलने से पहले शरीर पर्याप्त मात्रा में भोजन और पानी की कमी को पूरा करते रहेंताकि शरीर मे तापमान और क्षमता दोनों ही बराबर रहे। अमूमन लोग गर्मी से बचने के लिए तरल पदार्थों के रूप में कोल्ड्रिंक का सेवन करते हैं। जो हमारे शरीर के लिए बेहद हानिकारक है। ऐसे नीबू पानी और इलेक्ट्रोल का सेवन कर सकते हैं। साथ धूप से आकर एसी और कूलर की हवा में जाने से परहेज करें।
क्या करें
दिन में कम से कम आठ से 10 गिलास पानी जरूर पीएं। छाछ, दही, नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन करें। मौसमी फल जैसे तरबूज, खीरा, ककड़ी, बेल, आम जरूर खाएं। हल्का और सुपाच्य भोजन लें – जैसे खिचड़ी, दलिया, फल, हरी सब्ज़ियाँ। धूप में निकलने से पहले कुछ खाकर निकलें। सिर को ढककर निकलें – टोपी, गमछा या छाता लेकर जाएं। हवादार, सूती कपड़े पहनें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें।
क्या न करें
खाली पेट धूप में न निकलें। बासी, तैलीय और मसालेदार भोजन न करें। कोल्ड ड्रिंक, बर्फ वाला पानी या ज्यादा कैफीन से बचें। पसीने से भीगे कपड़े देर तक न पहनें। फलों को बिना धोए न खाएं। खुले में मिलने वाला कटे फल/चाट आदि न खाएं। धूप में दौड़-भाग या ज्यादा मेहनत का काम न करें। अपने शरीर की प्यास और थकान को नजरअंदाज न करें।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप