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मीरजापुर, 11 जून (हि.स.)। जहां दुनिया योग को अपनाकर जीवन शैली बदल रही है, वहीं विंध्य क्षेत्र 21 जून को होने वाले 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियों में जुट गया है। जीआईसी मैदान में सूर्योदय से पहले ही हजारों लोग एक साथ योग और प्राणायाम करेंगे। जिले के हर गांव, ब्लॉक, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और घाटों तक योग की अलख जलेगी।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन सिर्फ एक सरकारी रस्म नहीं, बल्कि एक सामूहिक चेतना और जीवनशैली का उत्सव होगा। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में तैयारियों की समीक्षा हुई, जिसमें सभी सरकारी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं और शैक्षणिक संस्थानों को योग दूत की तरह भूमिका निभाने को कहा गया।
हर कोने में योग, हर घाट पर हरियाली महुवरिया स्थित जीआईसी मैदान में मुख्य आयोजन सुबह 6 से 8 बजे होगा। अमृत सरोवरों, गंगा घाटों, ऐतिहासिक स्थलों, स्कूल-कॉलेजों और ब्लॉकों पर भी समान रूप से योग अभ्यास होंगे। 15 जून से 21 जून तक योग सप्ताह चलेगा, जिसमें रोस्टर के अनुसार प्रशिक्षित योगाचार्य कार्यक्रम संचालित करेंगे।
स्वस्थ शरीर, स्वच्छ जगह डीएम ने सभी प्रमुख स्थलों पर पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई और तकनीकी व्यवस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हर आयोजन स्थल की फोटोग्राफिक डोक्यूमेंटेशन भी अनिवार्य की गई है, जिससे यह अनुभव सिर्फ यादगार न रह जाए, बल्कि सीखने लायक मिसाल भी बने।
मिशन फिट इंडिया गूंजेगा वर्ल्ड तक इस बार योग सिर्फ पर्व नहीं रहेगा, मेडिटेटिव टूरिज्म और इको हेल्थ का प्रतीक बनकर उभरेगा। यहां से दुनिया को संदेश दिया जाएगा- शांति चाहिए तो योग अपनाइए, प्रकृति से जुड़िए और अंदर की ऊर्जा जगाइए।
सबकी भागीदारी, सबका स्वास्थ्य बैठक में ब्रह्माकुमारी, स्काउट-गाइड, रेड क्रॉस, एनसीसी, एनसीसी जैसे संगठनों के साथ-साथ विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य, डॉक्टर, वन अधिकारी और स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। योग को जन-जन तक पहुंचाने का रोडमैप तय किया गया।
15 जून से शुरू होगा ‘योग सप्ताह’ डीएम ने कहा कि 15 से 21 जून तक पूरे जिले में ‘योग सप्ताह’ चलेगा, जिसके तहत रोज अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम होंगे। इसमें आयुर्वेदिक और यूनानी विभाग संयुक्त रूप से रोस्टर बनाकर आयोजन करेंगे।
पर्यटन स्थलों और अमृत सरोवरों के किनारे भी योग प्राचीन व ऐतिहासिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, और अमृत सरोवरों के किनारे भी योग कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिससे पर्यावरण और विरासत के प्रति भी जागरूकता बढ़ेगी।
स्कूल-कॉलेज, अस्पताल भी होंगे हिस्सेदार डीएम ने तकनीकी शिक्षण संस्थानों, उच्च शिक्षण महाविद्यालयों और मेडिकल कॉलेजों को भी इस आयोजन में शामिल करने के निर्देश दिए। सभी जगह योगाभ्यास और स्वास्थ्य से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा