संगीत एवं नाट्य मनो चिकित्सा का सशक्त माध्यम: डॉ मनोज
संगीत एवं नाट्य मनो चिकित्सा का सशक्त माध्यम: डॉ मनोज


वाराणसी,11 जून (हि.स.)। सदस्य, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी डॉ ज्ञानेश चन्द्र पांडेय ने कहा कि अकादमी इस वर्ष पूरे प्रदेश में सौ से अधिक प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कर चुकी है । जिसमें नवोदय कलाकारों को अपने कला को निखारने में सहयोग मिलता है।

डॉ पांडेय बुधवार को तीस दिवसीय प्रस्तुतिपरक नाट्य कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ व खुला आसमान संस्था, वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में रविदास घाट पर आयोजित कार्यशाला में डॉ पांडेय ने युवा कलाकारों का जमकर उत्साह बढ़ाया। कार्यशाला में वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि संगीत एवं नाट्य मनो चिकित्सा का सशक्त माध्यम है। जहां संगीत के माध्यम से चिंता का प्रबंध किया जाता है। वहींं, नाटक के माध्यम से व्यक्तित्व विकास तथा व्यक्तित्व विकार को दूर किया जाता है। संस्था की रोली सिंह रघुवंशी ने बताया कि इस कार्यशाला में संस्था के गरीब बच्चों के साथ-साथ बनारस भर से बच्चे भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में सूबेदार जगदीश चंद्र , आर. बी .शर्मा,प्रमोद पाठक, उमेश भाटिया आदि की भी मौजूदगी रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी