Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भगवान जगन्नाथ का मनाया जल यात्रा महोत्सव, 15 दिन के लिए रुग्णावस्था में रहेंगे
जोधपुर, 11 जून (हि.स.)। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर बुधवार को भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ गर्भ गृह से बाहर आए और भक्तों को दर्शन दिए। इस अवसर पर भगवान को शाही स्नान कराया गया। इसको लेकर भीतरी शहर स्थित प्राचीन जगदीश मंदिर, मधुबन स्थित मधुकेश्वर महादेव मंदिर व इस्कॉन में विशेष आयोजन हुए।
भीतरी शहर सुनारों की घाटी स्थित प्राचीन जगदीश मंदिर में बुधवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर भगवान जगन्नाथ का जल यात्रा महोत्सव मनाया गया। मंदिर के पुजारी विरेंद्र शर्मा और नरेंद्र शर्मा ने बताया कि सुबह भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की मूर्तियां को निज मंदिर के गर्भ गृह से बाहर लाया गया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ को 108 कलश से शाही स्नान स्नान करवाकर श्रृंगार आरती की गई। दोपहर मेें भगवान का विशेष गणेश स्वरूप श्रृंगार दर्शन और विशेष आरती की गई। इस अवसर पर मंदिर परिसर को फूलों और रंगबिरंगी लाइटिंग से सजाया गया। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अत्यधिक स्नान के कारण भगवान जगन्नाथ और दोनों भाई-बहन बीमार पड़ जाते हैं। रुग्णावस्था के दौरान उनको एकांतवास में रखा जाएगा। भगवान को औषधीय काढ़ा का भोग लगाया जाएगा। वहीं मधुकेश्वर महादेव मंदिर महिला विकास संस्थान मधुबन की ओर से भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा मधुकेश्वर महादेव मंदिर मधुबन बासनी क्षेत्र के जगन्नाथ धाम में मनाया गया। संस्थान सचिव राजेन्द्र प्रसाद दाधीच ने बताया कि आज भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा को देवो स्नान करने के लिए मंदिर से बाहर लाया गया व विधिवत पूजन के साथ उनका देवो स्नान सम्पन्न हुआ। इसके बाद 27 जून को मधुबन क्षेत्र में जगन्नाथ धाम से रथ यात्रा मधुबन तथा आसपास के क्षेत्र में किया जाएगा।
करीब 15 दिन तक आराम करने के बाद 27 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा मंदिर प्रांगण से सुबह आठ बजे शुरू होकर मुख्य बाजार होते हुए घंटाघर व पुन: मुख्य बाजार होते हुए मंदिर प्रांगण में आएगी जहां भगवान पुन: अपने सिंहासन पर विराजमान होंगे और भक्तों को दर्शन देंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश