Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
राजौरी, 11 जून (हि.स.)। भारतीय सेना समोटे के स्थानीय लोगों के उत्थान के लिए काम कर रही है। सेना द्वारा लगातार चलाए जा रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों के कारण यह क्षेत्र आतंकवाद से मुक्त है। इकाई वंचित आबादी की धारणा को बदलने पर केंद्रित है जो अंततः क्षेत्र में निरंतर शांति और समृद्धि में प्रकट होती है।
समोटे में भारतीय सेना ने जेएनवी, कोटरंका में साइबर अपराध पर जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया। इस व्याख्यान का मूल उद्देश्य इंटरनेट पर साइबर अपराध और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करना था। व्याख्यान में ऑनलाइन धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, साइबर धमकी, फ़िशिंग और सोशल मीडिया के दुरुपयोग जैसे साइबर खतरों के विभिन्न तकनीकी पहलुओं को शामिल किया गया।
उपस्थित लोगों को डिजिटल दुनिया में खुद को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए व्यावहारिक सुझाव और सावधानियां भी साझा की गईं। इसमें इस तथ्य पर और विस्तार से बताया गया कि साइबर अपराध भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में प्रमुख सुरक्षा चुनौतियों में से एक है। उक्त व्याख्यान में कुल 44 कर्मचारी/छात्र (31 लड़के, 10 लड़कियां और 03 शिक्षक) शामिल हुए। छात्रों ने इस विषय पर अपने विचार साझा किए और अपने गांवों में दूसरों को साइबर अपराध की बारीकियों के बारे में शिक्षित करने की कसम खाई। शिक्षकों और छात्रों ने तहे दिल से भारतीय सेना का शुक्रिया अदा किया और उन तरीकों और साधनों के बारे में जानकारी प्राप्त की जिनसे साइबर अपराध उनके जीवन में घुस सकता है और कैसे अनजाने में लोग कभी-कभी इसके शिकार बन जाते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह