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मीरजापुर, 11 जून (हि.स.)। विंध्य और गंगा दोनों अब हरियाली की उम्मीद में हैं। पेड़ लगाना अब सिर्फ औपचारिकता नहीं, प्रशासनिक जिम्मेदारी बन चुका है। गड्ढा खोदोगे, पौधा लगाओगे तो वेतन पाओगे। वरना...? हरियाली का यह युद्ध अब सिर्फ धरती के लिए नहीं, इंसान की जिम्मेदारी का भी इम्तिहान है।
जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण एवं गंगा समिति की बैठक में साफ शब्दों में कह दिया कि अब सिर्फ मीटिंग में बैठने से काम नहीं चलेगा, धरातल पर पौधे दिखने चाहिए। इसके लिए गड्ढा भी पहले से खुदा होना चाहिए वरना जिम्मेदार अधिकारियों की सैलरी रोक दी जाएगी। डीएम ने कहा कि पौधरोपण का सीजन आने ही वाला है। ऐसे में हर विभाग को अपना होमवर्क पूरा करना होगा। पौधरोपण के लिए कौन-सी जगह चुनी गई है, कितने गड्ढे खुदे और उनकी देखभाल की योजना क्या है। ये सब दो दिन के अंदर वन विभाग को सौंपना होगा।
लापरवाह अफसरों की खैर नहीं! पिछली बैठक में निर्देश मिलने के बावजूद जिन अफसरों ने कोई कार्य योजना नहीं दी और जो बिना सूचना के बैठक से गायब रहे- जैसे लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय और निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता व प्राविधिक शिक्षा संस्थान के प्राचार्य, पर डीएम ने सीधी कार्रवाई की और वेतन रोकने के आदेश दिए।
कौन कितने पौधे लगाएगा? वन विभाग के प्रभागीय अधिकारी अरविंद राज मिश्र ने बताया कि इस साल वृक्षारोपण का बड़ा लक्ष्य तय किया गया है। वन विभाग को 44,90,600 पौधे, ग्राम्य विकास विभाग को 24,45,900, पर्यावरण विभाग को 4 लाख, नगर विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई आदि सभी विभागों को उनके हिसाब से लक्ष्य दिए गए हैं।
गंगा किनारे भी हरियाली का प्लान डीएम ने कहा कि गंगा घाटों, चबूतरों, तालाबों और बंजर जमीनों पर भी पेड़ लगाने की योजना बने। इस बार सिर्फ पौधा लगाकर फोटो खिंचवाना नहीं, उनकी सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में हर ब्लॉक से 5–5 ऐसी जगहें चिन्हित की जाएं जहां बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जा सके।
पिछली हरियाली की भी मांगी रिपोर्ट डीएम ने दो साल पहले लगे पौधों की भी तस्वीरें मंगवाईं, ताकि यह देखा जा सके कि वे पौधे आज भी जिंदा हैं या सिर्फ योजना की फाइलों में हैं।
गंगा समिति की पहल: योग, स्वच्छता और हरियाली गंगा समिति की बैठक में यह भी तय किया गया कि गंगा ग्रामों और घाटों पर योग कार्यक्रम चलाए जाएंगे। साफ-सफाई कराई जाएगी और हरियाली बढ़ाने पर जोर रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा