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पूर्वी सिंहभूम, 11 जून (हि.स.)। पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) टाटानगर रेल सिविल डिफेंस की ओर से बुधवार को सदर अस्पताल, खासमहल में फायर सेफ्टी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण में चिकित्सकों, नर्सों, तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों को अग्निकांड की स्थिति में संयंत्रों के सुरक्षित उपयोग की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान मॉक ड्रिल के माध्यम से फायर एक्सटिंग्विशर चलाने का व्यावहारिक अभ्यास भी कराया गया।
कार्यक्रम में रेल सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि अस्पताल में कार्बन डाइऑक्साइड फायर एक्सटिंग्विशर और डीसीपी (ड्राय केमिकल पाउडर) फायर एक्सटिंग्विशर दो प्रकार के अग्निशमन संयंत्र रखे गए हैं।
उन्होंने बताया कि कार्बन डाइऑक्साइड एक्सटिंग्विशर का उपयोग एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में आग लगने की स्थिति में किया जाना चाहिए। वहीं, डीसीपी एक्सटिंग्विशर का प्रयोग सामान्य कार्यालयों या खुले स्थानों में लगी आग को बुझाने के लिए उपयुक्त है।
डेमोस्ट्रेटर शंकर प्रसाद ने फायर एक्सटिंग्विशर के इस्तेमाल की तकनीकी जानकारी दी और घरेलू गैस सिलेंडर लीक होने पर लगने वाली आग को बुझाने के तरीकों का प्रदर्शन किया। डेमोस्ट्रेटर अनामिका मंडल ने जलने, कटने व चोट लगने पर प्राथमिक उपचार एवं बैंडेज करने की विधियों का प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य अस्पताल कर्मचारियों को अग्निकांड जैसी आपात स्थितियों से निपटने में सक्षम बनाना और सुरक्षा उपायों की जागरूकता बढ़ाना था। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी और व्यवहारिक बताया।
प्रशिक्षण में रेल सिविल डिफेंस टीम के अन्य सदस्यों में गुलशन कुमार, पी हरी बाबू के साथ-साथ अस्पताल के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इनमें चिकित्सक डॉ. विमलेश कुमार, क्वालिटी मैनेजर प्रेमा मरांडी, आईसीयू प्रभारी राखी प्रीतम, कैंटीन प्रबंधक रिंकू देवी सहित कई स्टाफ शामिल थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक