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रायबरेली, 11 जून(हि. स.)। बेटे की हालत देखकर पिता की सदमे से मौत हो गई। परिजनों ने पुलिसिया बर्बरता का आरोप लगाते हुए बुधवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
जिले के सलोन थाना क्षेत्र के पैगम्बरपुर पश्चिमी निवासी सुखराना ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि 26 मई को तीन पुलिसकर्मी सादी वर्दी में घर आए और उनके पुत्र अनिकेत उर्फ अंकित को लेकर थाने चले गए। महिला का कहना है कि जब वह थाने पहुंची तो वहां उसे बताया गया कि अनिकेत ने चाेरी की है। इसके बाद उसे गाली गलौज कर थाने से भगा दिया गया।
सुकराना के मुताबिक थाने में पुलिसकर्मियों ने अनिकेत पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और जुर्म कबूलने को लेकर बेरहमी से मारा पीटा। इसके बाद चोरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया गया। महिला का कहना है कि जब वह अपने बेटे से मिलने गई तो उसने बताया कि पुलिस वालों ने उसे बहुत मारा पीटा है, जिससे उसके पेट में गंभीर चोटें आई हैं। एक दो दिन बाद ही अनिकेत की जेल में हालत बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे एम्स रेफर कर दिया गया।
एम्स में पेट के आपरेशन के बाद आइसीयू में भर्ती कर अनिकेत का उपचार किया जा रहा है। परिवारजन का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से अनिकेत की आंत फट गई है। महिला का कहना है कि अनिकेत की तबीयत बिगड़ने की सूचना परिवार को दी गई तो उसके पति रामेश्वर बेटे को देखने एम्स गए, लेकिन बेटे की स्थिति देख उन्हें इस कदर सदमा लगा कि वापस लौटने के बाद मंगलवार की रात उनकी मौत हो गई।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया कि मामले में चिकित्सीय परीक्षण के बाद अनिकेत समेत चार आरोपितों को जेल भेजा गया था। लगाए गए आरोप निराधार हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रजनीश पांडे