तीरथगढ़ जलप्रपात में हादसाें के बाद भी पर्यटक अपने साथ बच्चों की जान जोखिम में डाल रहे
तीरथगढ़ जलप्रपात में पर्यटक जान जोखिम में डाल रहे


जगदलपुर, 11 जून (हि.स.)। बस्तर जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर स्थित तीरथगढ़ जलप्रपात की खूबसूरती देखने के लिए रोजाना छत्तीसगढ़ सहित देश-विदेश से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। उल्‍लेखनीय है कि तीरथगढ़ जलप्रपात में एक जून को ही विशाखापत्तनम के एक युवक की सेल्फी लेने के दौरान जान चली गई थी। यह पहला मामला नहीं है, यहां इससे पहले कई हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके पर्यटकों ने काेई सबक नहीं लिया है। यहां पहुंचे पर्यटक अपने साथ-साथ अपने बच्चों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं। छोटे बच्चों को लेकर लोग पत्थरों के ऊपर चढ़कर फोटो व वीडियो आदि बना रहे हैं। लेकिन उन्हें वहां तक जाने से किसी भी प्रकार से कोई नहीं रोक रहा है। वन विभाग के प्रबंधन काे चाहिए कि पर्यटकाें काे झरने से लगातार पानी के बहने से पत्थरों में काई लगे हाेने से फिसलन जानलेवा हाे सकता है, की सतर्कता बरतने के लिए वहां नहीं जाने की हिदायत दी जाती, लेकिन प्रबंधन हादसे के इंतजार में है। वहीं पर्यटक अपने साथ ही छोटे बच्चों को लेकर जलप्रपात सीढ़ी नुमा पत्थर से बहते पानी में जाकर मस्ती करते नजर आ रहे हैं, यह लगातार जान जोखिम में डालने का कृत्य हो रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे