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जगदलपुर, 11 जून (हि.स.)। बस्तर परिवहन संघ ने रेलवे साइडिंग से चोरी का लौह अयस्क रायपुर ले जाकर बेचने का मामला उजागर हाेने पर अपने एक सदस्य अतुल चौहान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए, चार ट्रकों को बस्तर परिवहन संघ की काली सूची में डाल दिया गया है। वाहनों के मालिक अतुल चौहान द्वारा बस्तर परिवहन संघ के माध्यम से संचालित किये जा रहे ट्रक क्रमांक सीजी-18-क्यू-4300, सीजी-26-जे-4300, सीजी-27-क्यू-4300, सीजी-17-केडब्लयू-5553, को ब्लैक लिस्टेड कर बस्तर परिवहन संघ कार्यालय में लगे नोटिस बोर्ड में बुधवार काे यह सूचना लगाई गई है। जिसमें लिखा गया है कि जगदलपुर के रायकोट (बड़े आरापुर) रेलवे साइडिंग से अवैध रूप से तथा चोरी से लौह अयस्क परिवहन करने की वजह से इन चार वाहनों को ब्लैक लिस्टेड किया जा रहा है।
बस्तर परिवहन संघ के अध्यक्ष प्रदीप पाठक ने चोरी के लौह अयस्क परिवहन मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्हाेंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से बस्तर परिवहन संघ की विश्वसनीयता प्रभावित होती है। कई दशकों की कड़ी मेहनत से इस संघ ने अपनी साख बनाया है। सभी सदस्य पूरी ईमानदारी से संघ के साथ जुड़ कर काम कर रहे हैं। कुछ लोगों की गलत हरकत से संघ की बदनामी होती है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भविष्य में ऐसे अनैतिक कार्यों में लगे किसी भी सदस्य का नाम सामने आएगा तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जगदलपुर के बड़े आरापुर और जगदलपुर रेलवे साइडिंग से चोरी का लाैह अयस्क ट्रकों से पार किये जाने का मामला नया नही है। इस खेल में राजनैतिक दल जाे भी सत्ता पर काबिज है, उसके संरक्षण में चलता रहा है, और आगे भी चलता रहेगा। इसे समझने के लिए पूरे रैकेट काे समझना हाेगा, जिसमें बचेली से रेलवे रैक के माध्यम से रायपुर के उद्योगों द्वारा जगदलपुर की रेलवे साइडिंग में आयरन ओर मंगवाया जाता है। बचेली से ऑन रिकॉर्ड्स जो लाैह अयस्क रेलवे रैक में भरा जा रहा है, उसका वजन वास्तविक वजन से कम लिखा जाता है और रेलवे साइडिंग में उसकी मात्रा 500 से 600 टन तक बढ़ जाती है। इसी अतिरिक्त लाैह अयस्क को कुछ ट्रांसपोर्टर बिना किसी दस्तावेज़ के रायपुर ले जा कर कुछ स्पंज आयरन प्लांट मालिकों को आधी कीमत पर बेच कर अवैध कमाई करते हैं। एनएमडीसी जिस लाैह अयस्क को 10 हज़ार रुपये प्रति टन के हिसाब से बेच रहा है उसी चाेरी के लाैह अयस्क को 6 हज़ार रुपये प्रति टन के हिसाब से रायपुर में बेच दिया जाता है। चोरी के लाैह अयस्क मामले में सत्ता पर काबिज राजनैतिक दलाें के नेताओं के शामिल हाेने से इस गाेरख धंधे काे राेक पाना नामुमकिन है। कभी-कभार एकाद मामले में कार्रवाई कर पूरे सिस्टम काे इमानदारी से चलने का दिखावा मात्र पहले भी किया जाता रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे