नक्सली अपनी जान बचाना चाहते हैं तो, आत्मसमर्पण कर दें अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें : सुंदरराज पी.
बस्तर आईजी सुंदरराज पी.


जगदलपुर, 11 जून (हि.स.)। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने आज बुधवार काे पत्रकाराें से चर्चा के दाैरान बताया कि एक समय था जब बस्तर में नक्सलियों का आतंक देखने को मिलता था, लेकिन धीरे-धीरे पुलिस के साथ ही सुरक्षाबलाें के जवानों की बहादुरी, बलिदान व कड़ी कार्रवाई के चलते नक्सलियों की बटालियन खत्म होने की कगार पर पहुंच चुकी है। इस दाैरान पुलिस के हाथ नक्सलियों की विस्तृत जानकारी लगी है। उसमें नक्सलियों के शीर्ष कैडर से लेकर निचले स्तर तक के सभी नक्सलियों का पूरा बायोडाटा मिला हैं, जिसमें नक्सलियों के पुराने के साथ ही वर्तमान समय की भी फोटो भी उपलब्ध हैं।

उन्हाेंने बताया कि सुरक्षाबलाें ने कई बड़े कैडर के नक्सलियाें को मार गिराया गया है, वहीं आधे से अधिक नक्सलियों का सफाया हो चुका है। उन्हाेंने बताया कि कुछ वर्ष पहले नक्सली संगठन के सेंट्रल कमेटी के सदस्य सक्रिय हुआ करते थे। वर्तमान में नक्सलियाें के चार पोलित ब्यूरो सदस्य के साथ ही 10 सेंट्रल कमेटी सदस्य शेष बचे हुए हैं।

बस्तर आईजी ने बाकी बचे नक्सलियाें काे हिदायत देते हुए कहा कि उनके पास केवल आत्मसमर्पण ही एक मात्र रास्ता बचा है। अगर वे अपनी जान बचाना चाहते हैं तो आत्मसमर्पण कर दें अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्हाेंने कहा कि नक्सलियों के समाप्त होते हुए वजूद से बौखलाए नक्सली निर्दोष लोगों की हत्या के साथ ही आईईडी लगाकर लाेगाें की जान ले रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे