बीएसएफ के खस्ताहाल कोच के वीडियो के बाद ट्रेन बदली गई, चार अधिकारी निलंबित : अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को एनएमसी में कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए


नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि बीएसएफ के खस्ताहाल कोच के वीडियो के बाद ट्रेन बदल दी गई। इसके अलावा जवानों के लिए पुरानी ट्रेन उपलब्ध कराने के मामले में चार अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं।

रेल मंत्री वैष्णव ने आज नेशनल मीडिया सेंटर में पत्रकारों से कहा कि त्रिपुरा से कश्मीर ड्यूटी पर जा रहे बीएसएफ जवानों के लिए पुरानी ट्रेन की तैनाती से जुड़ी घटना को गंभीरता से लिया गया है। इस चूक के लिए अलीपुरद्वार डिवीजन के चार अधिकारियों को आज से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। ये अधिकारी अलीपुरद्वार मंडल से हैं, जिनमें अलीपुर कोचिंग डिपो के कोचिंग डिपो अधिकारी और अलीपुर मंडल के तीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ जवानों के लिए अब अगरतला से एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, जिसमें उनकी सुविधा और सम्मान का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा।

रेल मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सुरक्षा बलों की गरिमा और सुविधा सर्वोपरि है और इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रेल मंत्रालय द्वारा इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

उल्लेखनीय है कि छह जून को बीएसएफ के 1200 जवानों को त्रिपुरा से अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पर जाना था। नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने जो ट्रेन जवानों को मुहैया कराई उसमें खिड़कियां-दरवाजे टूटे थे। जवानों के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ट्रेन की खिड़कियां टूटी हुई दिखाई दे रही थीं और ऊपर से कोई बर्थ नहीं थी। ट्रेन में कॉकरोच दिखाई दे रहे थे। शौचालय का बुरा हाल था। इसके बाद बीएसएफ ने इस मामले को भारतीय रेलवे के समक्ष उठाया, जिसने बेहतर स्थिति में एक नई ट्रेन भेजी। अब दूसरी ट्रेन अगरतला से चलेगी, जो विशेष ट्रेन के रूप में जवानों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी। अमरनाथ यात्रा पहली बार 38 दिन की हो रही है। इस बार यह तीन जुलाई से नौ अगस्त तक चलेगी। इस साल यात्रा की अवधि पिछले साल के 52 दिनों के मुकाबले घटाकर 38 दिन कर दी गई है। ------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार