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गोपेश्वर, 11 जून (हि.स.)। बदरीनाथ में फड़ लगाकर फूल प्रसाद बेचने वाली स्थानीय गरीब बेरोजगार महिलाओं के उत्पीड़न करने और रोजगार से वंचित करने को लेकर बुधवार को उप जिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया।
भाकपा माले के गढ़वाल सचिव अतुल सती का कहना है कि चारधाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ धाम में स्थानीय महिलाएं अस्थाई फड़ लगाकर फूल तथा प्रसाद बेचने का कार्य वर्षों से करते चले आ रहे है लेकिन इस वर्ष उन्हें इस कार्य को करने से रोका जा रहा है। जबकि इसी कार्य से उनके परिवार का गुजर बसर होता है। इसमें एक महिला के पति डायलिसिस पर जीवित है जिनका इलाज इसी रोजगार के भरोसे है।
सती ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस वर्ष यात्रा शुरू होते ही लागतार इन महिलाओं को रोजगार से हटाने लिए इन्हें खदेड़ा जा रहा है। पुलिस की ओर से गाली गलौच कर, गिरफ्तारी मारपीट की धमकी और उत्पीडन करते हुए रोजी रोटी कमाने से रोका जा रहा है। मन्दिर समिति का भी इनके प्रति अच्छा व्यवहार नहीं है। महिलाओं के उत्पीडन के पीछे इनकी सामाजिक पृष्ठभूमि मुख्य वजह नजर आ रही है, जो अत्यंत आपत्तिजनक असंवैधानिक है। उनका कहा है कि इतनी बड़ी यात्रा स्थानीय लोगों का रोजगार और आजीविका देने के बजाय छीना जाने का ही कारण बने तो इसका क्या लाभ।
मन्दिर समिति और प्रशासन का कार्य स्थानीय लोगों के रोजगार, संवैधानिक अधिकारों और हितों का संरक्षण है, किंतु उनके कार्य इसके ठीक विपरीत दिखाई देते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस पूरे प्रकरण की जांच की मांग करते हुए पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने की मांग की है। इस मौके पर सावित्री देवी, माया देवी, गुड्डी देवी, राखी देवी, अराधना, ममता देवी आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल