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कलेक्ट्रेट के बाबू की सतर्कता और हिंदूवादी संगठन पदाधिकारियों की धमक से भाग छूटा
अजमेर, 10 जून(हि.स)। अजमेर कलेक्ट्रेट के बाबू की सतर्कता और हिंदूवादी संगठन पदाधिकारियों की धमक ने मंगलवार को एक नाबालिग लड़की को अपने से दुगनी उम्र के उत्तर प्रदेश, मुज्जफरनगर निवासी मोहम्मद दिलदार के साथ निकाह करने से रोक लिया। नाबालिग लड़की की मां ने अजमेर के सिविल लाईन पुलिस थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि उसकी 14 साल की लड़की 28 वर्षीय मोहम्मद दिलदार के कहने में है। लड़की की मां ने यह भी आशंका व्यक्त की है कि ऐसा उसके पति की इच्छा से हो रहा है। उसका पति पिछले कुछ समय से अलग रह रहा है। बेटी भी उसी के साथ रहती है। उसके पति से तलाक की कार्यवाही चल रही है। ऐसे में उसके पति ने ही उसकी बेटी को मोहम्मद दिलदार के साथ दूर भेजने की योजना रची है। पीड़िता ने कहा कि उसकी बेटी की सुरक्षा हो और उस युवक मोहम्मद दिलदार को तुरंत पकड़ा जाए जिसने उसकी बेटी को ना जाने क्या प्रलोभन देकर उसका दिमाग अपने काबू में कर लिया है कि वह अब अपनी मां का कहा भी नहीं सुन रही है।
विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े एवं एडवोकेट शशि इंदोरिया ने बताया कि कलेक्ट्रेट में कार्यरत कर्मचारियों और बाबुओं की सतर्कता से यह मामला उनके संज्ञान में लाया गया। उन्होंने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद दिलदार मौके से फरार होने में सफल हो गया । इसी दौरान वह नाबालिग लड़की भी वहां से जाने लगी। किसी तरह उसे निगरानी में लेकर उसकी माताजी को बुलाया गया। लड़की की मां ने बताया कि उसकी लड़की उसके पिता के साथ रहती है। उसने बताया कि उसका लड़की के पिता से तलाक का मामला विचाराधीन है। ऐसे में उसकी लड़की भी उसके कहने में नहीं है और उसके पिता के साथ रहते हुए ही वे लोग पिछले कुछ समय से उसे परेशान भी कर रहे हैं कि वह 28 वर्षीय मोहम्मद दिलदार के साथ 14 वर्षीय बेटी की शादी के लिए रजामंदी लिखित में दे दे। पीड़िता ने कहा कि वह ऐसा नहीं करना चाहती है किन्तु उसका पति और बेटी उस पर लगातार दबाव डाल रहे हैं।
एडवोकेट शशि इंदोरिया ने बताया कि उन्होंने पीड़िता को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के पास मिलने का प्रयास किया किन्तु वे उपलब्ध नहीं हो सके ऐसे में सिविल लाइन पुलिस थाने पहुंचकर मामले में रिपोर्ट पेश कर पीड़िता, उसकी लड़की की सुरक्षा व मोहम्मद दिलदार की गिरफ्तारी की मांग की गई है।
एडवोकेट इंदौरिया ने बताया कि किसी भी कानून और मजहब के आधार पर भी यह शादी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी निवासी मोहम्मद दिलदार ने लड़की को दिमागी रूप से काबू में ले रखा है वह सिर्फ उसकी बात मान रही है। जबकि नाबालिग होने के कारण उसमें समझ नहीं है। मामले में अब सिविल लाइन पुलिस आगे जांग कर रही है।
एडवोकेट इंदौरिया ने कहा कि अजमेर में लव जिहाद जैसे मामले इन दिनों में लगातार सामने आ रहे है। जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में गहराई से जांच करनी चाहिए और दोषियों को बेनकाब करना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष