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गुवाहाटी, 10 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में मंगलवार को दिसपुर में राज्य मंत्रिमंडल की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा जल संसाधन विभाग के मंत्री अशोक सिंघल और उद्योग, वाणिज्य, सार्वजनिक उपक्रम, और सांस्कृतिक कार्य विभाग के मंत्री बिमल बोरा ने आज के मंत्रिमंडल में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी।
कैबिनेट ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधीन आशा कार्यकर्ताओं और आशा सुपरवाइजरों के प्रोत्साहन राशि में वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके तहत आशा कार्यकर्ताओं का मासिक मानदेय तीन हजार रुपये से बढ़ाकर चार हजार रुपये किया गया है, जो 1 अक्टूबर से लागू होगा। इस घोषणा से राज्य की 33,656 आशा कार्यकर्ताएं लाभान्वित होंगी।
मंत्रिमंडल ने आशा सुपरवाइजरों के मासिक मानदेय को नौ हजार रुपये से बढ़ाकर 10,200 रुपये करने की भी मंजूरी दी, जो 1 अक्टूबर से प्रभावी होगा। इससे राज्य की 2,675 आशा सुपरवाइजर लाभान्वित होंगी।
मंत्रिमंडल ने पर्यावरण, वन, और जलवायु परिवर्तन विभाग के अधीनस्थ'प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, असम' का नाम बदलकर 'असम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड' करने की मंजूरी दी।
मंत्रिमंडल ने राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग शोणितपुर, गोलाघाट, माजुली, और कामरूप जिलों में कुल 1,011 गैर-सरकारी संस्थानों जैसे शैक्षिक, धार्मिक, और सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थानों के लिए मिशन बसुंधरा 3.0 के तहत भूमि के डिजिटल आवंटन या बस्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दी। जिला-वार स्वीकृत प्रस्तावों की संख्या इस प्रकार है: शोणितपुर में 464, गोलाघाट में 306, माजुली में 205, और कामरूप में 36।
मंत्रिमंडल ने शोणितपुर और गोलाघाट जिलों में कुल 146 सरकारी शैक्षिक संस्थानों, कार्यालयों, स्वास्थ्य संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों, और अन्य बुनियादी ढांचों के लिए मिशन बसुंधरा के तहत सरकारी भूमि आवंटन को मंजूरी दी। इसमें शोणितपुर के लिए 108 और गोलाघाट के लिए 38 प्रस्ताव शामिल हैं।
संवाददाता सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्य विभाग के मंत्री बिमल बोरा ने घोषणा की कि 12 जून को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में श्रीमंत शंकरदेव पुरस्कार प्रदान समारोह आयोजित होगा। राष्ट्रपति की ओर से असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह को वर्ष 2023 के लिए यह पुरस्कार प्रदान करेंगे। उल्लेखनीय है कि कला, संस्कृति, और साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से असम सरकार ने 1986 में इस पुरस्कार की शुरुआत की थी। इस पुरस्कार में पांच लाख रुपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है।
इनके अलावा भी मंत्रिमंडल की बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गए।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश