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रांची, 10 जून (हि.स.)। रिम्स में भर्ती कोविड-19 से पीडित एक मरीज की मौत मंगलवार को हो गई। इसके बाद रिम्सो के मरीजों में हडकंप है।
रिम्स की ओर से मरीज़ की मौत की वजह सेप्टिक शॉक बताया गया है। 44 वर्षीय इस मरीज़ को रिम्सै में दो जून को सीआईपी से रिम्स रेफेर किया गया था।
रिम्स की ओर से बताया गया है कि मरीज़ को खाना गले में फंस जाने की वजह से उसे दिल का दौरा पड़ा और सांसे रुक गई। इसके बाद उसे सीपीआर दिया गया और इनटयूबेट कर बचाने की कोशिश की गई। मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट के लिए रिम्स लाया गया और यहां जांच में एस्पीररेशन निमोनिया की पुष्टी हुई।
मरीज़ को एक्यूीट रेस्पीीरेट्री डिस्ट्रे स सिंड्रोम के कारण ट्रामा सेंटर में वेंटीलेटर पर रखा गया। इसके अलावा मरीज़ को कई अन्य प्रकार की बीमारियां भी पहले से थीं। पांच जून को भर्ती मरीज़ों की जांच में मरीज़ को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था।
रिम्स चिकित्सकों के अनुसार मरीज़ की मृत्यु रिफ्रेक्ट्री् सेप्टिक शॉक की वजह से हुई है। इसमें मुख्यतः सर्कुलेट्री फेलियर होता है न कि रेस्पीीरेट्री फेलियर, जो की आम तौर पर कोविड मरीज़ों में मौत का कारण बनता है।
इस सबंध में रिम्सं प्रबंधन ने आम लोगों अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और केवल अधिकृत स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करने की अपील की गई है। साथ ही लोगों से सावधानी बरतने, मास्क का प्रयोग करने, हाथ धोते रहने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की अपील की गई है।
वहीं , राजधानी रांची में कोरोना के 12 सक्रिय मरीज है। सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने मंगलवार को बताया कि 20 मरीज की जांच की गयी। इसमें चार कोरोना पोजेटिव पाये गये है। ़
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak