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चित्तौड़गढ़, 10 जून (हि.स.)। जिले की बेगूं नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या 22 सूलीमंगरा में उल्टी-दस्त का प्रकोप एक बार फिर से देखने को मिला है। करीब एक पखवाड़ा बाद फिर से आधा दर्जन से अधिक उल्टी और दस्त के रोगी सामने आए, जिन्हें उप जिला चिकित्सालय बेगूं में भर्ती किया गया है। सूचना पर चिकित्सा विभाग व प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया।
जानकारी के अनुसार जिले की बेगूं नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या 22 सूलीमंगरा में मंगलवार को उल्टी-दस्त के मरीजों की एकाएक संख्या बढ़ने लगी। इसकी जानकारी मिली तो चिकित्सा विभाग व प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। सूचना पर उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश ने उक्त मामले को गंभीरता से लिया। पूर्व में सामने आए ऐसे ही मामले के बाद तत्परता दिखा उप जिला चिकित्सालय पहुंची। यहां उपखंड अधिकारी ने बेगूं उप जिला चिकित्सालय के चिकित्सा प्रभारी डॉ दिनेश धाकड़ से मरीजों के उपचार के संबंध में आवश्यक जानकारी ली। इधर, चिकित्सा विभाग की टीम ने सूली मंगरा में घर-घर सर्वे कर उल्टी दस्त के मरीजों को चिन्हित किया। इसमें सामान्य मरीजों को घर पर ही उपचार दिया जा रहा है। इसी प्रकार जलदाय विभाग की टीम सूलीमंगरा पहुंच गई। इस टीम ने भी पाईप लाईन की जांच की है। एसडीएम मनस्वी नरेश, नगरपालिका बेगूं के ईओ विष्णु लाल यादव, पीएचईडी एईएन आनंद टेलर सहित प्रशासनिक अधिकारी वार्ड संख्या 22 में भी मौके पर पहुंचे। यहां सर्वे टीम से रोगियों के संबंध में आवश्यक जानकारी ली है। गौरतलब है कि करीब एक पखवाड़ा पहले भी वार्ड 22 सूली मंगरा में उल्टी दस्त के मामले सामने आए थे। इसमें 70 से ज्यादा लोग पीड़ित सामने आए और दो लोगों की मौत होने की बात सामने आई थी। इसके बाद जिला कलक्टर एवं बेगूं विधायक ने भी दौरा कर जानकारी ली थी। जलदाय आपूर्ति की पाइप लाइन के लीकेज होने और गंदा पानी जाने के कारण तब उल्टी दस्त रोग फैलना सामने आया था। इसके बाद पाइप लाइन में भी सुधार कर दिया था। लेकिन एक बार फिर से उल्टी और दस्त के रोगी सामने आने के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल