दिल्ली विधानसभा में ‘पानी की कहानी’ पुस्तक का लोकार्पण, जल संरक्षण का संदेश
पुस्तक का लोकर्पण करते विजेन्द्र गुप्ता एवं अन्य


नई दिल्ली, 10 जून (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज विधानसभा परिसर में आयोजित एक समारोह में “पानी की कहानी” पुस्तक का लोकार्पण किया। यह कार्यक्रम विधायी अध्ययन ब्यूरो और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।

लोकार्पण अवसर पर विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि जल जीवन का आधार है, लेकिन वर्तमान में हम एक गहरे जल संकट की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने जल संरक्षण को केवल सरकारी दायित्व न मानते हुए इसे हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी बताया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ‘पानी की कहानी’ पुस्तक विशेषकर युवाओं और छात्रों को जल की महत्ता समझाने और संरक्षण के व्यावहारिक उपायों को अपनाने की दिशा में प्रेरित करेगी।

इस कार्यक्रम में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल कोठारी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्य और पुस्तक के लेखक संजय स्वामी प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सभी वक्ताओं ने जल संरक्षण को सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना से जोड़ते हुए इसे जनआंदोलन बनाने का आह्वान किया।

अतुल कोठारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जल संरक्षण केवल पर्यावरणीय विषय नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक जिम्मेदारी से जुड़ा हुआ विषय है। भारतीय परंपरा में जल को पूजनीय तत्व के रूप में देखा गया है और यह दृष्टिकोण आज पुनः अपनाने की आवश्यकता है।

गोपाल आर्य ने पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में जागरूकता लाकर, जन-आंदोलन के रूप में जल संरक्षण को आगे बढ़ाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय शिक्षा को व्यवहारिक जीवन में स्थान देना होगा।

पुस्तक के लेखक संजय स्वामी ने बताया कि पुस्तक को सरल भाषा और वैज्ञानिक तथ्यों के साथ लिखा गया है ताकि आमजन तक प्रभावी संदेश पहुंच सके। उन्होंने कहा कि पुस्तक का उद्देश्य पाठकों में व्यावहारिक बदलाव लाना है। इस मौके पर रोहताश नगर के विधायक जितेंद्र महाजन सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र और पर्यावरण कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा