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बंगाईगांव (असम), 10 जून (हि.स.)। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) ने मंगलवार को बंगाईगांव जिले के तुलुंगिया में अपना केंद्रीय सत्र संहति दिवस मनाया। इस अवसर पर आसू अध्यक्ष उत्पल शर्मा ने संगठन का ध्वज फहराया और राज्य के प्रमुख मुद्दों पर मीडिया को संबोधित किया।
अवैध प्रवासियों को लेकर उन्होंने तीखा रुख अपनाते हुए कहा, असम में एक भी अवैध विदेशी को रहने नहीं दिया जाएगा। हर एक को चिन्हित कर देश से बाहर निकाला जाना चाहिए।
शर्मा ने भारत-बांग्लादेश सीमा को भारत-पाकिस्तान सीमा जितना ही सख्त और सुरक्षित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस ढीली सीमा के जरिए केवल अवैध प्रवासी ही नहीं, बल्कि कट्टरपंथी और जिहादी तत्व भी राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।
आसू की वर्षों पुरानी मांग— एक त्रुटिरहित और अद्यतन एनआरसी— को उन्होंने फिर दोहराया और इसे राज्य की सुरक्षा और सांस्कृतिक पहचान के लिए जरूरी बताया।
हाल ही में राज्य के कुछ हिस्सों में गोमांस को लेकर हुई घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मा ने कहा कि ये घटनाएं समाज को बांटने वाली ताकतों की साजिश हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें सज़ा दी जाए।
आसू का सत्र संहति दिवस संगठन की विभिन्न सत्रों (वैष्णव मठों) से जुड़ाव का प्रतीक है और असम की सांस्कृतिक तथा सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में इसकी भागीदारी को दर्शाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश