बच्चों की तरह निर्मल मन में ही होती है राम की प्रतिष्ठा : जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य
अयोध्या, 30 दिसंबर (हि.स.)। बालक राम सहज हैं, सुलभ हैं, राम कथा को वसुंधरा पर लाने का श्रेय महादेव को जाता है। कागभुसुंडि जैसे ज्ञानी ने बालक राम का जब दर्शन किया तो वह पांच वर्ष तक अयोध्या में ही विराजमान रहे। वह राम बालक के रूप में जो थे, उनका व
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