स्मार्ट क्लास से तकनीकी रूप से सक्षम हो रहे विद्यार्थी
- डिजिटल लर्निंग, मजबूत आधारभूत ढांचा और बेहतर सुविधाओं पर फोकस - शिक्षा मंत्री महीपाल ने ली विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक चंडीगढ़, 03 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने स्पष्ट किया कि सरकारी स्कूलों का ढांचागत विकास करना
स्मार्ट क्लास से तकनीकी रूप से सक्षम हो रहे विद्यार्थी


- डिजिटल लर्निंग, मजबूत आधारभूत ढांचा और बेहतर सुविधाओं पर फोकस

- शिक्षा मंत्री महीपाल ने ली विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक

चंडीगढ़, 03 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने स्पष्ट किया कि सरकारी स्कूलों का ढांचागत विकास करना और विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय, सुरक्षित एवं आधुनिक शिक्षण वातावरण उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। बुधवार को पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हरियाणा के सरकारी स्कूल देश में आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित होंगे।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विनित गर्ग, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी राज नेहरू, मौलिक शिक्षा महानिदेशक विवेक अग्रवाल, स्कूल शिक्षा निदेशक जितेंद्र दहिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। शिक्षा मंत्री ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में हरियाणा के सरकारी स्कूलों में करीब 26 हजार स्मार्ट क्लास बोर्ड लगाए जा चुके हैं, जिससे विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

डिजिटल लर्निंग पर आधारित ये स्मार्ट बोर्ड बच्चों को आधुनिक तकनीकों से जोडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ढांडा ने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ड्यूल डेस्क की व्यवस्था की जा रही है, ताकि शिक्षा ग्रहण करने में किसी प्रकार की बाधा न आए।

साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल भवन निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए, ताकि किसी भी विद्यार्थी को असुविधाजनक या जर्जर भवनों में पढ़ाई न करनी पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों का नियमित निरीक्षण अत्यंत आवश्यक है। अधिकारी समय-समय पर स्कूलों का दौरा करें, कमियों को चिन्हित करें और तत्काल सुधार सुनिश्चित करें।

शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षक समय पर कक्षाओं में पढ़ाई करवाएं और अध्यापन कार्य में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता शिक्षक के समर्पण पर निर्भर करती है, इसलिए यदि किसी भी प्रकार की उदासीनता पाई गई तो कार्रवाई तय होगी।

ढांडा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि एसीपी, मेडिकल और अन्य लंबित मामलों का निपटारा प्राथमिकता से किया जाए, ताकि कर्मचारियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं, स्मार्ट संसाधनों और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण वातावरण से सुसज्जित कर रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा