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अंबिकापुर, 3 दिसंबर (हि.स.)। खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीद प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के प्रयास अब जमीनी स्तर पर सकारात्मक परिणाम दे रहे हैं। सरगुजा जिले के धान उपार्जन केंद्रों में खरीदी सुचारू रूप से जारी है और किसानों को संपूर्ण प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इससे किसानों में सरकार और प्रशासन के प्रति संतोष एवं विश्वास स्पष्ट रूप से बढ़ा है।
ग्राम खुटिया के किसान देवाल सिंह पावले ने केंद्र में अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि टोकन कटने से लेकर धान की तौल तक हर चरण पूरी तरह सरल और बिना बाधा के संपन्न हुआ। उनकी 4.5 एकड़ भूमि से 41 क्विंटल का रकबा निकला, जिसके लिए उन्हें समय पर टोकन मिल गया। नमी परीक्षण, बारदाना उपलब्धता और तौल सभी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार बिना किसी रुकावट के पूरी हुईं।
किसान पावले ने बताया कि समिति के कर्मचारी पूरी निष्ठा और सहयोग के साथ काम कर रहे हैं, जिससे किसानों को खरीद केंद्र में अनावश्यक प्रतीक्षा या परेशानी नहीं उठानी पड़ रही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीद और ₹3100 प्रति क्विंटल के रिकॉर्ड समर्थन मूल्य से किसानों को आर्थिक सुरक्षा और मजबूती प्रदान की है।
खरीद व्यवस्था से संतुष्ट किसान देवाल सिंह पावले ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष धान खरीद व्यवस्था वास्तव में किसान हित में प्रभावी और उत्कृष्ट रूप से संचालित की जा रही है। किसान मानते हैं कि यदि प्रक्रिया इसी पारदर्शिता और गति से जारी रही तो आने वाले समय में कृषि क्षेत्र और अधिक मजबूत होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / पारस नाथ सिंह