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धमतरी, 3 दिसंबर (हि.स.)। जमीन कारोबारी संघर्ष समिति धमतरी द्वारा रजिस्ट्री के सर्किल रेट और स्टांप शुल्क में की गई बढ़ोत्तरी के विरोध में एक दिसंबर से गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन जारी हैं। इसी कड़ी में समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने तीन दिसंबर को धरना स्थल से बाइक रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने अपर कलेक्टर इंदिरा सिंह से मुलाकात कर गाइडलाइन की दरों में पुनः विचार करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित अन्य मंत्रियों के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके बाद वापस धरना स्थल पहुंचकर साय सरकार को जगाने सद्बुद्धि यज्ञ किया गया।
जमीन कारोबारी संघर्ष समिति धमतरी के मीडिया प्रभारी रोमी सावलानी, ठाकुर कुंदन साहू एवं गुड्डा साहेब ने बताया कि, रजिस्ट्री के सर्किल रेट एवं स्टांप शुल्क में की अचानक की गई बढ़ोत्तरी से आम जनता, किसान, मजदूर सहित मध्यम वर्ग अत्यंत प्रभावित हो रहे हैं। भूमि एवं भवन के पंजीकरण की लागत बढ़ जाने से लोगों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है, जिससे व्यापक असंतोष है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा शासकीय गाइडलाइन में जो 30 प्रतिशत की कमी कर पंजीयन शुल्क में चार प्रतिशत की वृद्धि की गई उसे वर्तमान सरकार द्वारा 30 प्रतिशत की वृद्धि को खत्म करते हुए कुल 42 की वृद्धि की गई, लेकिन पंजीयन शुल्क में की गई चार प्रतिशत की वृद्धि को 0.08 प्रतिशत नहीं किया गया है। जिससे आम जनता एवं किसान को बहुत अधिक आर्थिक बोझ पड रहा है। हमारी एक ही मांग है कि बेवजह और अनियमित तरीके से बढ़ाई गई गाइडलाइन को तत्काल वापस लिया जाए। इस दौरान संरक्षक अशोक मुंजवानी, प्रकाश चिमनानी, वरिष्ठ सलाहकार सुनील लुनावत, अध्यक्ष रितुराज पवार, उपाध्यक्ष दिलीप सुंदरानी, नरेंद्र साहू, कोषाध्यक्ष नरेश समनानी, सचिव राकेश राखेचा, महासचिव सत्तू मुंजवानी, भागी निषाद सहित बड़ी संख्या में जमीन कारोबारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा