मैं दिव्यांगजनों की हिम्मत, पक्के इरादे और काबिलियत को सलाम करता हूं-उपराज्यपाल
जम्मू, 03 दिसंबर (हि.स.)। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि मैं दिव्यांगजनों की हिम्मत, पक्के इरादे और काबिलियत को सलाम करता हूं। हम एक ऐसा सिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो उनके सपनों और उम्मीदों के साथ मेल खाता हो और सभी चुनौति
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने संविधान दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं दी


जम्मू, 03 दिसंबर (हि.स.)। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि मैं दिव्यांगजनों की हिम्मत, पक्के इरादे और काबिलियत को सलाम करता हूं। हम एक ऐसा सिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो उनके सपनों और उम्मीदों के साथ मेल खाता हो और सभी चुनौतियों और रुकावटों को दूर करे। वह गांधी नगर में पद्म श्री पद्मा सचदेव गवर्नमेंट कॉलेज फॉर विमेन में “अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस” कार्यक्रम में बोल रहे थे।

इस कार्यक्रम का आयोजन विकलांग व्यक्तियों के कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तीकरण के लिए समग्र क्षेत्रीय केंद्र (सीआरसी), जम्मू द्वारा क्षमता का जश्न, संस्कृति का संरक्षण विषय के अंतर्गत किया गया था। इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस का वैश्विक विषय है “सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए विकलांगता-समावेशी समाजों को बढ़ावा देना” था।

अपने भाषण में उपराज्यपाल ने सभी अधिकारियों और सामाजिक संगठनों से दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने का वादा करने को कहा।उपराज्यपाल ने कहा कि दिव्यांगजनों को शामिल करना समान विकास की नींव है। हमें उनकी गरिमा और सार्थक भागीदारी सुनिश्चित करने और शिक्षा, कौशल और आजीविका तक पहुँच की गारंटी देने के लिए संवेदनशीलता, जागरूकता और साझा संकल्प के साथ काम करना चाहिए।

उपराज्यपाल ने दिव्यांगजनों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए व्यापक समर्थन देने की दिशा में प्रदेश प्रशासन की प्रमुख पहलों को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों को समान अवसर, समान अधिकार और अच्छी ज़िंदगी देने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं।उपराज्यपाल ने कहा कि हमें मिलकर एक ऐसा जम्मू-कश्मीर बनाना होगा जहाँ पहुँच आम बात हो, जहाँ हर दिव्यांगजन को सभी सुविधाएँ, रोज़गार के बराबर मौके और इज़्ज़त और सम्मान के साथ ज़िंदगी जीने के लिए ज़रूरी एडवांस्ड टेक्निकल टूल्स मिलें। उपराज्यपाल ने दिव्यांगजनों के पुर्नवास और सशक्तिकरण में शानदार कोशिशों के लिए कंपोजिट रीजनल सेंटर, जम्मू की भी तारीफ़ की।

2024 से सीआरसी जम्मू ने 35,000 से ज्यादा क्लिनिकल सर्वे किए हैं और 2 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के असिस्टिव डिवाइस बांटे हैं जिससे अनगिनत लोगों की ज़िंदगी बदली है। इस मौके पर उपराज्यपाल ने लाभार्थियों को असिस्टिव डिवाइस और किट दिए और अलग-अलग सोशल सर्विस ऑर्गनाइज़ेशन्स के लगाए गए स्टॉल्स को भी देखा।

बाहु से विधानसभा के सदस्य विक्रम रंधावा; कॉलेज डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) शेख एजाज बशीर; सीआरसी जम्मू (सांबा) की डायरेक्टर डॉ. रोहनीका शर्मा; सीनियर अधिकारी, एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के हेड, जाने-माने नागरिक, अलग-अलग सोशल ऑर्गनाइज़ेशन्स के मेंबर, स्टूडेंट्स और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह