Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

रांची, 3 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री के कार्यालय और राजभवन का नाम बदल कर लोकभवन करने के फैसले की झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने आलोचना की है। सिन्हा ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसपर तंज कसते हुए कहा कि नाम बदल कर भाजपा राजनीतिक स्टंट कर रही है। उन्होंने कहा कि जब राजभवन को लोकभवन कहा जाएगा तो फिर राज्यपाल को भी जनता की ओर से ही चुना जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपने 11 साल के शासनकाल में रेलवे स्टेशन, सड़क सहित कई योजनाओं का नाम भाजपा ने बदल दिया, लेकिन देश विकास के पथ पर अग्रसर नहीं हुआ। अब प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम भी बदल दिया गया तो एक बार भाजपा भी अपना नाम बदल कर देखे तो संभवत: युवाओं को रोजगार प्राप्त हो जाए और महंगाई भी कम हो जाए। उन्होंने कहा कि डॉलर के मुकाबले रूपये सबसे नीचे पायदान पर चली गई है जो भाजपा के नाम बदल लेने से मजबूत हो जाए और किसानों को भी एमएसपी मिल जाए। यदि उपर्युक्त लाभ नहीं है तो नाम बदलने से कोई लाभ नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नाम बदलने का खेल नहीं है बल्कि एक वैचारिक बदलाव और शक्ति का केंद्रीकरण है जिसका उद्देश्य राज्यपालों को सीधा जनता से जोड़कर विपक्षी शासनकाल में अस्थिरता पैदा करना है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak