स्क्रब टाइफस बीमारी को लेकर जागरूकता जरूरी: मुख्यमंत्री नायडू
अमरावती, 3 दिसंबर (हि.स.)। राज्य में स्क्रब टाइफस बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत पर जोर दिया। मुख्यमंत्री नायडू बुधवार को चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रि
स्क्रब टायफस


अमरावती, 3 दिसंबर (हि.स.)। राज्य में स्क्रब टाइफस बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में जागरुकता

अभियान चलाने की जरूरत पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री नायडू बुधवार को चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रिंसिपल सेक्रेटरी सौरभ गौर के साथ स्क्रब टाइफस के मामलों के राज्य में पंजीकृत केसों की समीक्षा की। हाल ही में विजयनगरम जिले में चंदका राजेश्वरी नामक महिला की स्क्रब टाइफस से मौत का मामले को लेकरमुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि ऐसी घटनाएं कहीं और नहीं होनी चाहिए। इस मौके पर प्रिसिंपल सेक्रेटरी सौरभ गौर ने मुख्यमंत्री नायडू को राजेश्वरी की मौत के कारण बताए। उन्होंने बताया कि विजयनगरम की राजेश्वरी को चिगर माइट नाम के कीड़े ने काट लिया था। शुरू में उसका टाइफाइड का इलाज किया गया और फिर एक रैपिड टेस्ट से पता चला कि वह स्क्रब टाइफस पॉजिटिव है। बाद में विजयनगरम के क्वासी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान राजेश्वरी की मौत हो गई। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री नायडू को बताया कि यह बीमारी ओरिंटिया सुसुगामुशी नाम के बैक्टीरिया से फैलती है और यह छूत की बीमारी नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि बीमारी के बिगड़ने से पहले ही इलाज कर देना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को इस बीमारी के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री सत्यकुमार ने कहा कि स्क्रब टाइफस को लेकर चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव