पीआरसी के 962 अग्निवीर जवानों ने ली देश सेवा की शपथ
रामगढ़, 3 दिसंबर (हि.स.)। शहर के सैन्य छावनी में स्थित पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के किलाहरि ड्रील स्‍क्‍वायर में बुधवार को पासिंग आउट परेड समारोह के बीच 962 अग्निवीर जवानों ने देश सेवा की शपथ ली। सेंटर में अग्निवीर के छठे बैच और टेरिटोरियल आर्मी के प
सम्मानित हुए अग्निवीर


परेड में शामिल अग्निवीर


परेड में शामिल अग्निवीर


परेड में शामिल लोग


रामगढ़, 3 दिसंबर (हि.स.)। शहर के सैन्य छावनी में स्थित पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के किलाहरि ड्रील स्‍क्‍वायर में बुधवार को पासिंग आउट परेड समारोह के बीच 962 अग्निवीर जवानों ने देश सेवा की शपथ ली। सेंटर में अग्निवीर के छठे बैच और टेरिटोरियल आर्मी के पहले बैच के जवानों ने 31 सप्ताह के कठिन शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण के समापन पर कदम ताल के साथ शानदार परेड किया। सेंटर के मेजर कलिटा ने राष्ट्रीय ध्वज और रेजिमेंटल ध्वज केे समक्ष गीता एवं गुरुग्रंथ को साक्षी मानकर सभी नवप्रशिक्षित अग्निवीरों को देश व रेजिमेंटल की सेवा की शपथ दिलाई। समारोह में बतौर सेंटर के डिप्टी कमांडेंट कर्नल मानवेंद्र सिवाच (विशिष्ट सेवा मेडल) ने परेड की सलामी ली। इससे पूर्व टेरिटोरियल आर्मी के नवप्रशिक्षित जवानों ने दुश्मनों के साथ जवाबी कार्रवाई के डेमो को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया।

कच्चे लोहे से टकराकर मजबूत इस्पात बने अग्निवीर जवान : मानवेंद्र

कार्यक्रम में डिप्टी कमांडेंट कर्नल मानवेंद्र सिवाच ने कहा कि हमारे सैनिकों के गर्वित माता-पिता और परिवारजनाें के लिए यह दिन बेहद विशेष और यादगार है। एक साथ लगभग 1000 युवाओं को देश के एक संपूर्ण सैनिक के रूप में बदलते हुए देख रहे हैं। यह केवल एक सैन्य परंपरा नहीं, बल्कि एक राष्ट्र की भावनाओं का स्थान है। इन युवा सैनिकों ने अपने घरों की आरामदायक जिंदगी छोड़कर एक ऐसा रास्ता चुना है जो मुश्किल है, लेकिन सम्मान और गौरव से भरा हुआ है। पिछले 31 हफ्तों में इन्होंने पसीना बहाया, चुनौतियों का सामना किया और हर दिन खुद को बेहतर बनाया। उन्‍होंने कहा कि ये युवा कच्चे लोहे से टकराकर मजबूत इस्पात बन चुके हैं। अब इन पर रेजीमेंट की इज्जत, देश की रक्षा, सुरक्षा व सेवा की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। उन्हाेंने कहा कि इन नव प्रशिक्षित जवानों का ड्रिल और प्रदर्शन काबिले तारीफ है। जवानों का ड्रिल पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरा है। उन्होंने इसके लिए ट्रेनिंग बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर और उनकी पूरी टीम एवं प्रशिक्षकों को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया तेजी से बदल रही है। नई तकनीक युद्ध के स्वरूप को भी बदल रही है। भारतीय सेना इन परिवर्तनों को स्वीकार करते हुए भविष्य की तैयारी में सबसे आगे है। उन्हाेंने कहा कि उन माता-पिता और परिवारों का भी बधाई देता हूं जिन्होंने अपने बेटों को देश की सेवा के इस पवित्र रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया। उनका यह निर्णय केवल उनके परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

चार अग्निवीर हुए सम्मानित

प्रशिक्षण के दाैरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले अग्निवीरों को सम्मानित किया गया। डिप्टी कमांडेंट कर्नल मानवेंद्र सिवाच ने 31 सप्ताह के कठिन शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले चार नवप्रशिक्षित अग्निवीराें को मेडल देकर सम्मानित किया।

समारोह में सेंटर के तमाम सैन्य अधिकारी, जेसीओ, जवान व उनके परिवार के लोग शामिल हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश