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-पटेल चौक पर दो साल से बेकार पड़ा स्काईवॉक, स्मार्ट सिटी ने दिखाई सख्ती
बरेली, 18 दिसंबर (हि.स.) । उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद पटेल चौक स्थित स्काईवॉक आज तक आम जनता के काम नहीं आ सका। लगातार देरी, लापरवाही और चेतावनियों की अनदेखी से नाराज बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएसएसएल) ने बड़ा कदम उठाते हुए स्काईवॉक के संचालन एवं रखरखाव का 15 वर्षों का अनुबंध निरस्त कर दिया है। यह ठेका आनंदी इंटरप्राइजेज को दिया गया था, जिसे अब पूरी तरह खत्म कर दिया गया है।
बीएसएसएल अध्यक्ष के अनुमोदन के बाद 20 जून 2025 को हुए अनुबंध को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया गया। साथ ही एजेंसी को निर्देश दिए गए हैं कि वह तीन दिन के भीतर स्काईवॉक में लगे सभी उपकरण यथास्थिति में स्मार्ट सिटी को सौंप दे। इस फैसले के बाद अनुबंधधारी फर्म में हड़कंप मच गया है ।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत करीब 11.18 करोड़ रुपये की लागत से पटेल चौक पर स्काईवॉक का निर्माण कराया गया था। निर्माण कार्य 15 अप्रैल 2022 को शुरू हुआ और 30 दिसंबर 2023 को पूरा भी हो गया, लेकिन इसके बावजूद संचालन एजेंसी और बीएसएसएल के बीच हैंडओवर की प्रक्रिया जानबूझकर लटकाई जाती रही। सितंबर में औपचारिक हैंडओवर के बाद भी स्काईवॉक जनता को नहीं सौंपा जा सका, जिससे यह परियोजना करीब दो साल से बेकार पड़ी रही।
बीएसएसएल अधिकारियों का कहना है कि स्काईवॉक परियोजना का उद्देश्य आम जनता को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा देना है। इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जाएगी। स्मार्ट सिटी प्रबंधन अब वैकल्पिक व्यवस्था पर तेजी से काम कर रहा है, ताकि स्काईवॉक को जल्द से जल्द जनता के लिए खोला जा सके। बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएसएसएल) के सीईओ संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि संचालन एजेंसी को कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन लगातार लेटलतीफी होती रही। मजबूरन अनुबंध समाप्त करना पड़ा है। मामले में आगे और कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार